फिल्मों का विलेन निकला फैक्ट्री मालिक, कर्मचारी के साथ किया ऐसा कांड
हर आदमी को काम के बदले वेतन के लिए महीने के पहले हफ्ते का इंतजार रहता है। एक महीने तक हाड़तोड़ मेहनत करने के बाद मेहनताना का इंतजार रहता है। क्योंकि महीने भर का खर्चा परिवार के लिए दाना पानी और बच्चों की फीस इसी से भरनी होती है। बुजुर्ग मां बाप के लिए दवाईयां लानी होती है, लेकिन जरा सोचिए अगर आपको अपने काम के बदले तनख्वाह ऐसे रूप में मिले जिसे खर्च न कर सकें तो क्या होगा। ऐसा ही मामला आया है कानपुर से।
हमारे काम के बदले में हमें वेतन दिया जाता है, लेकिन सोचिए अगर आपके काम के बदले वेतन में आपको चिल्लर थमा दिए जाएं, एक-दो रुपये के सिक्कों में आपको आपकी तनख्वाह दी जाए तो जरा सोचिए क्या होगा। जाहिर है, ऐसे में हम सभी को परेशानियां होंगी, लेकिन क्या ये परेशानी इतनी बड़ी हो सकती है कि इसकी वजह से किसी की जान चली जाए। लेकिन ये सच है, कानपुर महानगर में ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां फैक्ट्री से चिल्लर में सैलरी लेते-लेते एक कर्मचारी इतना परेशान हो गया, कि उसकी सदमे से मौत हो गई।
दरअसल मामला चौबेपुर इलाके की मोर डिटर्जेंट कंपनी का है। जहां कर्मचारियों ने फैक्ट्री मालिक पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें पिछले कई महीनों से 1-2 रुपये के सिक्कों में सैलरी दी जा रही है। हर बार सैलरी के नाम पर उन्हें चिल्लर थमाए जा रहे हैं। जिसको बाजार में चलाना कर्मचारियों के लिए मुश्किल हो गया था। ऐसे ही एक कर्मचारी राम सिंह को भी वेतन 1-2रुपये के सिक्के दिए गए, लेकिन राम सिंह को अपनी पत्नी के इलाज के लिए नोटों की जरूरत थी। क्योंकि अस्पताल से लेकर बाजार में चिल्लर ले जाकर वो दवाईयां नहीं खरीद सकता था। लिहाजा उसने मालिक से मदद की गुहार लगाई।
चिल्लर लेकर निकले कर्मचारी ने जहां कोशिश की वहीं व्यापारियों ने सिक्के लेने से इंकार कर दिया। परेशान राम सिंह नुकसान उठाने के लिए भी तैयार था। उसने मालिक से 500 रुपये के बदले400 रुपये के नोट देने का सौदा किया। लेकिन मालिक ने उसकी एक ना सुनी, और उसे वहां से डांटकर भगा दिया। मालिक की इस हरकत के बाद निराश और हताश रामसिंह लौटकर घर के निकला, लेकिन इस दौरान उसको हार्ट अटैक आ गया। जिससे उसकी रास्ते में ही मौत हो गई।
रामसिंह की मौत से गुस्साए कर्मचारियों ने फैक्ट्री के बाहर जमकर हंगामा किया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने कर्मचारियों को शांत कराया। मृतक के परिजन फैक्ट्री मालिक के खिलाफ कार्रवाई और मुआवजे की मांग कर रहे हैं। वहीं पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।