ये है स्टेपलर के कुछ ऐसे फायदे, जिन्हें जानकर आपके भी होश उड़ जायेंगे
इंसान की ज़िन्दगी में ऐसी कईं तरह की छोटी मोटी चीज़ें इस्तेमाल में आती हैं, जिनके अनेक फायदों से हमारा काम आसन हो सकता है. बहुत सी चीज़ें ऐसी हैं, जिनका इस्तेमाल कईं अलग अलग कामो में हो सकता है लेकिन हम इस बात से अनजान रह कर उस चीज़ को इग्नोर कर देते हैं और फेंक देते हैं. इस दुनिया में कईं चीज़ें ऐसी भी हैं, जो हमारे पास पड़ी रहती हैं और उनका इस्तेमाल कैसे करना है ये हम समझ ही नहीं पाते. उन्ही चीज़ों में से अगर बात स्टेपलर की करें तो सभी जानते हैं कि स्टेपलर का इस्तेमाल पेपर को इक्कट्ठा करने के लिए किया जाता है. कोई दफ्तरी कागज़ात हो या फिर पढाई के नोट्स, वह सभी हम स्टेपलर की सहायता से एक साथ रख सकते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्टेपलर ना केवल कागज़ को इक्कठा करके रखता है बल्कि, कईं अन्य कामो में भी हमारा साथ देता है? अगर नहीं, तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको स्टेपलर के कुछ ऐसे उपयोग बताने जा रहे हैं, जिहे जानकर आपके होश उड़ जायेंगे.
अक्सर हम लोग स्टेपलर का उपयोग डाक्यूमेंट्स को साथ बाँधने के लिए करते हैं. इसके लिए हम स्टेपलर में पिन डालते हैं और कागजों को उसके अंदर रख कर दबा देते हैं. ताकि वो पिन उस झटके से कागजों के अंदर चली जाए और वह एक साथ बंधन में बंढ जाये. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि स्टेपलर की पिनस के सिरे अंदर की बजाये बाहर की तरफ मुड़ सकते हैं?
आप इस तस्वीर में मौजूद प्लेट को ध्यान से देखिये. हर स्टेपलर के अंदर धातु की बनी ये प्लेट रहती है. जिसकी मदद से हम पेपर्स को पिन से अटैच कर सकते हैं. इस प्लेट में एक अन्य गुण होता है कि हम इसको आसानी से 180 डिग्री तक घुमा सकते हैं. इसको घुमाने पर आपी पिन अंदर की तरफ मुड़ने की बजाये बाहर की और मुड़ना शुरू हो जाएँगी. यकीन नहीं आता तो एक बार ये एक्सपेरिमेंट जरुर करके देखिएगा.
पिन का बहरली तरफ होने के बहुत फायदे हैं. जिसमे से सबसे पहला और अहम फायदा है कि पिन का मुंह बाहर दिशा में होने से कागज़ फटने का डर कम रहता है और आसानी से हम इसको कभी भी निकाल सकते हैं.
कईं बार हम जो कागज़ इस्तेमाल करते हैं, वो इतने थीं यानि पतले रहते हैं कि पिन का उनके अंदर जाना बर्दाश्त ही नहीं कर पाते. ऐसे में अगर उन कागजों को पिन से बाहर निकालना पड़े तो वह फट जाते हैं. इसलिए अगर ये पिन बाहर की और रहेगी तो कमज़ोर से कमज़ोर कागज़ भी फटने से बच सकता है.