लालू यादव और उनके परिवार पर टूटा मुसीबतों का पहाड़, ED ने जब्त की 44.7 करोड़ की संपत्ति
पटना: प्रवर्तन निदेशालय ने लालू और उनके परिवार को बड़ा झटका देते हुए पहली बार उनके खिलाफ कोई बड़ी कार्यवाई की है। प्रवर्तन निदेशालय ने राबड़ी देवी, तेजप्रताप और तेजस्वी यादव के लारा प्रोजेक्ट की तीन एकड़ की संपत्ति को जब्त करके कुर्की के आदेश दे दिए हैं। बताया जा रहा है कि इस संपत्ति की कुल कीमत 44.7 करोड़ रूपये है। ईडी ने लालू के परिवार से बेनामी संपत्ति के मामले में पूछताछ की थी। उसके बाद ही संपत्ति कुर्की के आदेश दिए गए हैं।
राबड़ी देवी और तेजस्वी से ईडी ने अलग-अलग पूछताछ की थी। ईडी ने तेजस्वी से दिल्ली में जबकि राबड़ी देवी से पटना में पूछताछ की थी। लारा राबड़ी देवी और और उनके पुत्र तेजस्वी की कम्पनी है। आईआरसीटीसी से होटल लेने की लीज की गड़बड़ी का आरोप इसी कम्पनी के ऊपर लगा था। लारा की वजह से लालू के साथ अब उनके बेटों पर भी घोटालों का आरोप लग चुका है। डिलाइट मार्केटिंग कंपनी का नया नाम लारा है, जिसकी मालकिन सरला गुप्ता थीं।
डिलाइट मार्केटिंग को ही रेलवे के होटल मिलने के एवज में पटना में तीन एकड़ जमीन मिली थी। उसी तीन एकड़ जमीन पर पहली बार मॉल निर्माण के दौरान मिट्टी घोटाले की वजह से लारा चर्चा में आयी। लालू, राबड़ी और तेजस्वी समेत 8 नामजद और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ 5 जुलाई को दिल्ली के सीबीआई थाने में एफआईआर दर्ज की गयी थी। मिली जानकारी के अनुसार यह कार्यवाई रेलवे होटल टेंडर घोटाला मामले से जुड़ा हुआ है।
ईडी ने इस मामले में कई बार सामान जारी कर लालू यादव के परिवार से अलग-अलग पूछताछ की थी। आयकर विभाग ने भी लालू यादव के परिवार के छः सदस्यों के खिलाफ बेनामी संपत्ति के मामले में बेनामी एक्ट के तहत कार्यवाई की थी। ईडी द्वारा बार-बार नोटिस जारी करने के बाद भी राबड़ी देवी उपस्थित नहीं हो रही थी। अंत में बीते सप्ताह में ईडी ने राबड़ी देवी से पटना में पूछताछ की।