गाजे-बाजे और मंत्रोच्चार के बीच आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने किया यूपी के सीएम योगी से शादी, जानें सच
सीतापुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बारे में हर कोई जनता है। वह प्रदेश के सीएम होने के साथ-साथ गोरखनाथ मठ के महंत भी हैं। इन्होने शादी भी नहीं की है। लेकिन हाल ही में सीतापुर की एक दुल्हन ने गाजे-बाजे और मंत्रोच्चार के बीच सीएम योगी के साथ सात फेरे लिए। शादी की सभी रस्में भी पूरी की गयी। शादी में आये हुए मेहमानों का स्वागत भी किया गया। आपको जानकर हैरानी हो रही होगी कि आखिर महिला ने ऐसा क्यों किया।
दरअसल यह सब आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने कई लंबित मांगों पर सीएम योगी का ध्यान आकर्षित करने के लिए ऐसा अनोखा तरीका अपनाया। महिला आंगनवाड़ी संघ की जिलाध्यक्ष नीतू सिंह ने आज अंगनावाड़ी कार्यकर्ताओं की कई मांगों को लेकर सीएम योगी से सांकेतिक विवाह किया। दुल्हन ने कहा कि योगी सरकार उनकी सुन नहीं रही है। हमने सोचा की शादी करने के पौने चार लाख बहनों का भला हो जाएगा। ऐसे तो योगी जी हठी हैं और वो हमारी सुनेंगे नहीं। 120 दिन का समय दिया गया था, लेकिन अब तक कुल 9 महीने बीत गए हैं।
शादी होने के बाद शायद वो महिलाओं का मूल्य समझ जाएँ। अभी 8 तारीख को सीएम योगी आ रहे हैं और हम उन्ही के साथ चले जायेंगे। मांगे पूरी नहीं हुई तो घोड़ी चढ़कर चले जायेंगे। दूसरी तरफ काल्पनिक दूल्हा बनी कल्पना ने बताया कि पति अपनी पत्नी को हर ख़ुशी देता है। उसकी हर जिद को पूरा करता है, इसलिए हमने यह रास्ता अपनाया है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को सम्मानजनक मानदेय देने सहित कई मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रही कार्यकर्ताओं ने अनूठे तरह से विरोध प्रदर्शन किया।
सीतापुर विकास भवन के सामने योगी आदित्यनाथ का पोस्टर लेकर और पगड़ी बाँधकर खाड़ी कल्पना को आंगनवाड़ी जिलाध्यक्ष ने वरमाला पहनाया। इसके बाद आंगनवाड़ी कार्यकर्ताएं संतोषी माता के मंदिर गयीं और वहाँ माथा टक्कर आशीर्वाद लिया। कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया। यक़ीनन इस तरह का अनोखा विरोध प्रदर्शन आपने पहले कभी नहीं देखा होगा।