गायत्री मंत्र के जाप से ठीक हो सकते हैं असाध्य रोग, इस तरह प्राप्त कर सकते हैं आप चमत्कारी लाभ
सनातन धर्म में मंत्रोंच्चारण का विशेष महत्व है.. शास्त्रों में विभिन्न मंत्र की विधि और उनसे वाले लाभ के बारे में बताया गया है.. इनमें से शीघ्र शुभ फल देने वाले में से एक है गायत्री मंत्र। मान्यता है कि गायत्री मंत्र का उचित विधि से जाप किया जाए तो अध्यात्मिक लाभ के साथ ही स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं। इस मंत्र के जाप से व्यक्ति के पाप कर्मों का नाश होने के साथ उसे शारीरिक कष्टों से भी मुक्ति मिलती है। आज हम आपको गायत्री मंत्र के ऐसे ही चमत्कारी लाभों के बारे में बताने जा रहे हैं।
गायत्री मंत्र :
24 अक्षरों के इस गायत्री मंत्र में सनातन धर्म का सार है.. चारों वेदों से मिल कर बने इस मंत्र से जीवन में सन्मार्ग पर चलने का ज्ञान और निरोगी काया का आर्शीवाद मिलता है। मंत्र का शाब्दिक अर्थ है.. सृष्टि की रचना करने वाले, प्रकाशमान परमात्मा के तेज का हम ध्यान करते हैं, परमात्मा का यह तेज हमारी बुद्धि को सही मार्ग की ओर चलने के लिए प्रेरित करें।
सनातन धर्म में गायत्री मंत्र को ब्रम्हास्त्र कहा गया है क्योंकि कभी भी इसकी साधना व्यर्थ नहीं जाती है.. मंत्र का जाप करने वाले व्यक्ति को अध्यात्मिक लाभ के साथ सुख-समृद्धी के साथ स्वास्थ्य लाभ जैसे संसारिक लाभ भी मिलते हैं । गायत्री मंत्र से स्वास्थ्य लाभ की बात की जाए तो इसकी साधना करने वाले जातक को निम्न मानसिक और शारीरिक लाभ मिलते हैं..
- 1 गायत्री मंत्र के जाप से हृदय स्वस्थ रहता है..दरअसल गायत्री मंत्र के नियमित उच्चारण से हृदय की गति पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है.. फलस्वरूप हृदय गति सुचारू होने से पूरे शरीर में रक्त प्रवाह ठीक ढ़ंग से होता है और शरीर स्वास्थ रहता है।
- 2 गायत्री मंत्र के जाप से मानसिक शान्ति मिलती है.. असल में जब ॐ के साथ इस मंत्र का उच्चारण करते हैं तो इससे एक तरह की ध्वनि और कंपन पैदा होता है जिससे चित शांत हो जाता है। इस तरह गायत्री मंत्र के जाप से दिमाग शान्त होता है और तनाव से मुक्ति मिलती है।
- 3 गायत्री मंत्र का जाप करने से मानसिक शान्ति के साथ मस्तिष्क की एकाग्रता भी बढ़ती है। इसीलिए विद्यार्थियों के लिए इसका जाप उपयोगी माना जाता है.. मान्यता है कि अगर प्रतिदिन 108 बार गायत्री मंत्र का जाप की जाए तो बच्चों में सकारात्मक ऊर्जा आती है जिससे उन्हें विद्या ग्रहण करने में आसानी होती है।
- 4 गायत्री के जाप से चहरे पर तेज आता है। दरअसल इस मंत्र के उच्चारण से शरीर में रक्त संचार अच्छा होता है जिससे कि शरीर से त्वचा से सारे विषाक्त पदार्थ आसानी निकल जाते हैं और हमारी त्वचा में प्राकृतिक चमक आती है ।
- 5 इन सारे स्वास्थ्य लाभ के अलावा गायत्री मंत्र के बारे में मान्यता है कि अगर कोई व्यक्ति हमेशा ही बीमार रहता है तो उसे लाल आसन पर बैठकर कांस के पात्र में जल भरकर, 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए और फिर उसके बाद पात्र के उस जल को पी लेना चाहिए.. इससे हर तरह की शारीरिक समस्याएं खत्म हो जाती है।