गरुड़ पुराण के अनुसार ऐसे वस्त्र धारण करने पर हमेशा रहती है पैसों की कमी, आप भी करते हैं ऐसा?
कई बार अनजाने में किये गए काम हमारी सफलता में रुकावट पैदा करने लगता है. क्योंकि हम ये काम अनजाने में कर रहे होते हैं इसलिए लंबे समय तक हमें इस बात का अंदाज़ा ही नहीं होता और जब होता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है. आपने बहुत सारे ऐसे लोग देखे होंगे जो बहुत मेहनती हैं फिर भी उन्हें मन मुताबिक नौकरी नहीं मिल पाती या उतना पैसा नहीं कमा पाते जिसके वो हक़दार हैं. ऐसे लोगों की मेहनत में कोई कमी नहीं रहती पर ये लोग अनजाने में बहुत सी गलतियां कर देते हैं. गरुड़ पुराण के हिसाब से कुछ कार्य ऐसे हैं जिन्हें व्यक्ति अपने जीवनकाल में कभी न कभी ज़रूर करता है और यही अनजाने में किये गए काम उनकी सफलता के आड़े आने लगता है. आज हम ऐसे ही कुछ कार्यों के बारे में बात करने वाले हैं जिन्हें करने पर व्यक्ति को भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है.
गंदे कपड़े न पहनें
गरुड़ पुराण के हिसाब से व्यक्ति को हमेशा साफ़-सुथरे कपड़े ही पहनना चाहिए. कहते हैं कि जो व्यक्ति गंदे वस्त्र धारण करता है लक्ष्मी उसके पास नहीं ठहरती. गंदे कपड़े पहनने वाले व्यक्ति के पास कभी लक्ष्मी नहीं आती. पैसा आता भी है तो ज्यादा समय तक पास टिका नहीं रहता.
खान-पान संतुलित रखें
गरुड़ पुराण में मनुष्य की असफलता का कारण ग़लत खान-पान को भी माना गया है. पुराण में कहा गया है कि व्यक्ति को हमेशा संतुलित भोजन करना चाहिए. क्योंकि अधिकांश बीमारियों की वजह ग़लत खान-पान होता है. बीमार होने पर मनुष्य को असफलता का सामना करना पड़ता है.
नीति का पालन करें
जब आप सफलता की ओर बढ़ रहे होते हैं तब कई लोग आपकी सफलता में रुकावट पैदा करने की कोशिश करते हैं. इस कारण बहुत सारे लोग हमारे शत्रु भी बन जाते हैं. इसलिए ऐसे लोगों का सामना बड़े ही सावधानी से करना चाहिए. ऐसे लोगों का सामना चतुराई और नीतियों के साथ करना चाहिए ताकि वह हमें किसी प्रकार की हानि न पहुंचा सकें.
लगातार अभ्यास करते रहें
मनुष्य को हमेशा कुछ न कुछ नया सीखना चाहिए और जो वह पहले से सीख चुके हैं उसे अभ्यास के ज़रिये और मजबूत बनाना चाहिए. अभ्यास न करने पर धीरे-धीरे ज्ञान कमज़ोर होने लगता है और पुराने ज्ञान के साथ सफलता हासिल करना नामुमकिन है. इसलिए मनुष्य की कोशिश यह रहनी चाहिए कि वह हर बार कुछ नया सीखे और जो भी वह सीखे उसका अभ्यास निरंतर करता रहे.