यहाँ रहती थीं दुनिया की सबसे खूबसूरत रानी पद्मावती, खूबसूरती उड़ा देगी होश – देखें तस्वीरें
मुम्बई – फिल्म पद्मावती रिलीज होने को है और विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। विरोध-प्रदर्शन के बीच फिल्म रिलीज होगी भी या नहीं होगी यह कहना मुश्किल है। करणी सेना ने सिनेमाघर जलाने, जान से मारने की धमकी दी है।
इसके अलावा, मेरठ के एक राजपूत नेता ने संजय लीला भंसाली सिर पर इनाम रखते हुए कहा है कि, जो भंसाली का सिर काट कर लाएगा उसे पांच करोड़ इनाम दिया जायेगा। साथ ही ये भी कहा गया है कि अगर फिल्म रिलीज हुई तो दीपिका की नाक काट दी जाएगी। अब जब फिल्म पर इतना बवाल हो ही गया है तो ये भी जान लेते हैं कि आखिर रानी पद्यावती थीं कौन और वो रहती कहाँ थी। जहां रानी रहती थीम वो जगह कैसी दिखती थी।
कौन थीं महारानी पद्मावती?
रानी पद्मावती के बारे में कुछ इतिहासकारों का मानना है कि इतिहास में इस नाम का कोई किरदार था ही नहीं बल्कि ये तो मात्र हिन्दी साहित्य ‘पद्मावत’ का एक काल्पनिक चरित्र थीं। आपको बता दें कि 16वीं शताब्दी में मलिक मुहम्मद जायसी द्वारा लिखे गए पद्मावत में पद्मावती का जिक्र तो मिलता है।
राजस्थान की पाठ्य पुस्तकों में और कई ऐतिहासिक पुस्तकों में रानी पद्मावती के जौहर की कहानियां पढ़ने को मिलती हैं। चित्तौड़ के किले में आने वाले पर्यटकों को वह स्थान दिखाए, बताए और समझाए जाते हैं जहां पर सुल्तान खिलजी ने उन्हें देखा था और जहां रानी पद्मावती ने महिलाओं के साथ जौहर किया था।
ऐसा था चित्तौड़गढ़ महल में बना पद्मिनी का महल
रानी पद्मावती का महल चित्तौड़गढ़ में बना हुआ है, जहां महल में रानी के साथ रियासत की सबसे खूबसूरत महिलाएं रहती थीं। गौरतलब है कि रानी पद्मिनी महल का उल्लेख 13वीं शताब्दी में राजा रतन सिंह के दौर से होता आ रहा है, लेकिन इससे पहले इसका कहीं भी उल्लेख नहीं है।
रानी के महल की सुंदरता बढ़ाने के लिए इसे पानी के बीच बनाया गया है। चित्तौड़गढ़ में बने एक मंदिर में पद्मावती यानी पद्मिनी की एक मुर्ति भी स्थापित है, जो रानी का अस्तित्व मौजूद होने का दावा करती है।
खिलजी ने क्यों किया था चित्तौड़गढ़ पर हमला?
चित्तौड़ के किले में ही रानी पद्मावती ने जौहर किया था। इतिहासकारों के मुताबकि 1303 में अलाउद्दीन खिलजी ने चित्तौड़ पर हमला अपने सम्मान की रक्षा के लिए किया था। चित्तौड़ में आज भी वह जौहर कुंड मौजूद है, जहां रानी ने जौहर किया था। मलिक मोहम्मद जायसी ने पद्मावत नामक काव्य के मुताबिक, राणा रतन सिंह ने अलाउद्दीन खिलजी को रानी पद्मिनी की एक झलक आइने में दिखाई थी। रानी की खूबसूरती को देखकर अलाउद्दीन खिलजी पागल हो उठा था और उन्हें पाने के लिए चित्तौड़ पर हमला कर दिया था।