एक रेलकर्मी ने 7 बार रची राजधानी एक्सप्रेस को पलटने की साजिश, वजह उड़ा देगी होश
मिर्जापुर – यूपी के मिर्जापुर से एक खौफनाक साजिश का मामला सामने आने के बाद पुलिस और रेलवे पर फिर से सवाल उठने लगे हैं। दरअसल, यहां स्थित रेलवे फाटक पर एक व्यक्ति को काम पर लगाया गया था, जिसे बाद में निकाल दिया गया। इस बात से नाराज होकर इस रेल कर्मी ने एक दो बार नहीं बल्कि पूरे सात बार राजधानी एक्सप्रेस को पलटने की योजना बनाई। इस रेलकर्मी ने राजधानी एक्सप्रेस को दुर्घटनाग्रस्त करने के लिए पटरी पर कई बार बोल्डर रखा। जब इसे बोल्डर से सफलता नहीं मिली तो इसने माण्डा रेलवे स्टेशन के दो किमी पूर्व की करीब 50 किमी केबल को काट दिया। railway employees conspire rail accident.
राजधानी एक्सप्रेस को दुर्घटनाग्रस्त करने की साजिश
इस बात के सामने आने के बाद 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ कि, इन लोगों ने राजधानी एक्सप्रेस को पलटने की खौफनाक साजिश रची थी। इन्होंने पटरी पर बोल्डर रखकर जुलाई 2016 से अगस्त 2016 के बीच दो-दो बार, दिसम्बर में एक बार और 2017 की जनवरी और फरवरी में एक-एक बार इस रास्ते से गुजरने वाली ट्रेनों को पलटाने की साजिश रची थी। ये तो गनीमत रही की रेल कर्मचारियों की सतर्कता कि वजह से कोई बड़ा हादसा नहीं हो सका।
ये था इन शातिर रेल कर्मी का प्लान
ये रेलकर्मी नौकरी से निकाले जाने कि वजह से इतना नाराज था कि उसने पटरी पर बोल्डर रखकर कई बार राजधानी को पलटने की कोशिश की। इसने सबसे पहले मिर्जापुर के के गैपुरा रेलवे स्टेशन के पास 2424 डिब्रूगढ़-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस को पलटने की साजिश रची, जिसे ट्रेन के पायलट की सुझबुझ की वजह से नाकाम कर दिया गया। इसके बाद इन्हीं में से एक दूसरे शख्स ने विन्ध्याचल के पास गैपुरा स्टेशन पर रेवले के ट्रैक पर लोहे का रॉड रखकर ट्रेन एक्सीडेंट की कोशिश की थी। हालांकि, यहां वो कामयाब हो गए और एक ट्रेन का इंजन इस रॉड में फंस गया। हालांकि, कोई बड़ी दुर्घटना नही हो सकी।
चोरी में पकड़े जाने पर खुला राज
इस खौफनाक साजिश का खुलासा माण्डा रोड रेलवे स्टेशन के दो किमी पूर्व पोल संख्या 767 के पास सिग्नल का 50 मीटर केबिल काटे जाने के बाद हुआ। रात में केबल काटे जाने की वहज से अप लाइन पर ट्रेनों का परिचालन बांधित होने के कारण आरपीएफ नैनी के प्रभारी निरीक्षक चमन सिंह तोमर ने तुलापुर गांव में छापेमारी की और ओम प्रकाश व रेल कर्मचारी गणेश प्रसाद को गिरफ्तार किया। पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ उन्होंने ही दो और लोगों के साथ मिलकर केबिल काटा था। इसके बाद दोनों चोरों ने रेल कर्मी गणेश प्रसाद के कहने पर राजधानी पलटने की साजिश रचने की बात कबूल की है।