पांच साल का बच्चा रट लगाए है.. मुझे मेरी बीवी और बेटों से मिलवा दो
जिस उम्र में बच्चे खिलौने की ज़िद करते हैं उस उम्र एक मासूम ऐसी ज़िद कर बैठा है जिससे उसके मां बाप की रातों की नींद उड़ गयी है.. जी हां पांच साल का बच्चा अपने बीवी और दो बेटों से मिलने की रट लगाए है। हर रात ये बच्चा नींद से जाग जाता है और कुछ नाम पुकार कर रोने लगता है ..कहता है कि मेरी बीवी और बच्चें मेरा रास्ता देख रहा हैं , मुझे उनके पास पहुंचा दो । लड़के की इस हरकत से परेशान मां पिता को भी अब नही सूझ रहा कि क्या किया जाए।
दरअसल मामला यूपी के कौशांबी का है जहां एक मां बाप ने 5 साल के बेटे के पुनर्जन्म होने का दावा कर सबको चौंका दिया है.. उनका कहना है कि उनके बेटे का पुर्नजन्म हुआ है। वो अपनी पत्नी-बच्चों का नाम बता रहा है.. इसके अलावा वो अपनी मौत सड़क हादसे में हुई बताता है। कौशांबी के अजुआ थाना क्षेत्र के रहने वाले कुलदीप श्रीवास्तव प्राइवेट स्कूल में टीचर हैं.. 5 साल पहले उनकी पत्नी मनीषा श्रीवास्तव ने एक बेटे को जन्म दिया। बेटे का नाम कृष्णा रखा गया .. लेकिन जैसे कृष्णा बड़ा हो रहा है मां बाप की दिक्कते बढ़ने लगी हैं। कुलदीप बताते हैं- ”वो पहले अक्सर रात को उठकर तोतली आवाज में शांति…शांति…चिल्लाता था, लेकिन हम समझ नहीं पाते थे। उसकी इस हरकत से मनीषा परेशान हो जाती थी। अब कृष्णा बोलने लगा है।” ऐसे में वो अपने पिछले जन्म की बाते बता रहा है ”वो कहता है कि उसकी पत्नी शांति है। उसके दो बच्चे भी हैं। वो खुद को अजुहा का रहने वाला बताता है। कहता हि- उसकी मौत 29 जुलाई 2012 को जीटी रोड पर सड़क हादसे में हुई थी.. वो अजुहा से किताब लेने निकला था।”
हर रात बीवी के पास जाने की ज़िद करता है
कुलदीप बताते हैं कि अक्सर रात में नींद से जागकर कृष्णा शांति से मिलवाने की जिद करने लगता है.. कहता है- वो बहुत परेशान होगी। साथ ही वो अपने बेटे जिनका नाम सनी और गुंजन बता रहा है, उनको भी देखने की जिद करता है। कृष्णा कहता है कि उसके बच्चे उसे बहुत प्यार करते हैं।” कृष्णा के पिता कुलदीप कहते हैं कि ”बेटे की हरकतों को पहले हम नजरअंदाज करते रहे.. अब उसकी बात पर यकीन हो रहा है। ऐसे में कई बार मैं उसे अजुहा तक लेकर गया, लेनिक वो पहुंचते ही रास्ता भटक जाता है।”असल में ”पिछले जन्म की वो तमाम बातें बताता है, लेकिन अपना नाम और सही पता नहीं बता पा रहा है। इससे वो खुद भी बहुत परेशान रहता है।”
क्या कहते हैं शास्त्र और मनोवैज्ञानिक?
कौशांबी के भवन्स मेहता डिग्री कॉलेज के डायरेक्टर डॉ रामनरेश त्रिपाठी का कहना है कि गरुण पुराण में लिखा है ”अगर किसी की आकस्मिक मृत्यु होती है, तो उसकी स्मरण शक्ति खत्म नहीं होती है। उस वक्त अगर उसकी कोई इच्छा अधूरी रह जाती है, तो पुनर्जन्म होता है और दूसरे जन्म में भी उसकी दिमाग में पिछले जन्म की यादें स्टोर रहती हैं, जो समय-समय पर याद आती हैं।”
वही इस वाक्यें के संबन्ध में साइकोलॉजिस्ट डॉ सुदीप प्रकाश के मुताबिक, ”बच्चे की ब्रेन मैपिंग होनी चाहिए, कहीं ऐसा तो नहीं है कि उसके ब्रेन में पैरा नेचुरल चीजें तो डेवेलप नहीं हो रही है। साइकोलॉजिकल प्रॉब्लम भी हो सकती है।”