शोपियां और कुलगाम में आतंकियों के छिपे होने की सूचना के बाद सुरक्षाबलों ने चलाया कासो अभियान
श्रीनगर: घाटी में आतंकवादियों ने दस्तक दे दी है। हालांकि घाटी में आतंकियों का साया हमेशा ही रहता है लेकिन इस समय कुछ ज्यादा ही आतंकी चहल-पहल बढ़ गयी है। हर रोज कहीं ना कहीं सेना को आतंकियों के होने की सूचना मिल रही है। अभी कुछ दिन पहले ही सेना और पुलिस ने मिलकर कई आतंकियों को ठिकाने लगा दिया था। इन आतंकियों की मदद करने वाले पत्थाबजों के भी सेना की झडपें होती रहती हैं।
मिली थी आतंकियों के एक समूह के देखे जाने की सूचना:
सुरक्षाबलों ने आज सुबह दक्षिण कश्मीर के शोपियां और कुलगाम जिले एक एक दुसरे के साथ सटे 22 गाँवों में आतंकियों के छिपे होने की सूचन के बाद घेराबंदी करके तलाशी अभियान (कासो) चलाया। इस अभियान से सम्बन्ध रखने वाले अधिकारीयों ने इस बात की जानकारी दी की यह अभियान आज सुबह ही चलाया गया था। उन्होंने बताया कि इस इलाके में आतंकियों के एक बड़े समूह के देखे जाने की सूचना मिली थी।
गांवों में बंद कर दिए गए हैं आने-जाने के सभी रास्ते:
आतंकियों के छिपे होने की सूचना के बाद ही हिलू, बारबुग, कडगम, हफ, वोईन, डीकेपोरा, बटपोरा, बडीमर्ग, मनिहाल, अमरबुग, सुरसुनी, तुंगडुनू, मुनाड, गुफन, इमाम साहब,जेनपोरा व उनके साथ सटे इलाकों में सेना की 62 आरआर, 3 आरआर, सीआरपीएफ और राज्य पुलिस विशेष अभियान दल एसओजी के एक संयुक्त कार्यदल ने कासो अभियान चलाया। कासो के तहत घेरे में लिए गए सभी गांवों में आने-जानें के सभी रास्तों को बंद कर दिया गया था।
सुरक्षाबल कर रहे थे संदिग्ध युवकों की भी छानबीन:
घेरेबंदी वाले इन गाँवों में किसी भी बहरी व्यक्ति को गाँव के अन्दर आने नहीं दिया जा रहा था। साथ ही इन गाँवों में रहने वाले लोगों को भी बाहर जाने की अनुमति नहीं थी। सूत्रों से इस बात की जानकारी मिली है कि इस तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षाबल आतंकियों के सभी संभावित ठिकानों को खंगालने के अलावा संदिग्ध युवकों की भी छानबीन कर रहे थे। आतंकयिों और उनके ओवरग्राऊंड वर्करों का पता लगाने के लिए सेना द्वारा अपने कैटस का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।