आरबीआई के पूर्व गवर्नर ने ठुकराया आम आदमी पार्टी का ऑफर, केजरीवाल को लगा जोर का झटका
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी में अंदरूनी बिखराव की शुरुआत हो चुकी है। इससे पार्टी को भविष्य में काफी बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। कुमार विश्वास और अमानतुल्लाह खान के बीच चल रहा विवाद अभी ठंढा नहीं हुआ है। पार्टी में पड़ रही फूट को सँभालने के लिए पार्टी को बड़े निर्णय करने की आवश्यकता है। इधर एक अन्य खबर भी आ रही है कि आम आदमी पार्टी राज्यसभा के लिए पार्टी से बहरी शख्स के नाम पर भी मुहर लगा सकती है।
मेल के जरिये ही ठुकरा दिया ‘आप’ का ऑफर:
अगले साल जनवरी से सदन की सीटें खाली होना शुरू हो जाएंगी। दिल्ली से तीन राज्यसभा सदस्यों के लिए पार्टी में चर्चा भी शुरू हो गई है। आप के शीर्ष नेतृत्व की अनौपचारिक बैठक में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के नाम पर भी चर्चा हुई। इस बैठक के बाद राजन को एक आधिकारिक मेल भी भेजा गया था। वहीं, राजन ने मेल के जरिये ही आम आदमी पार्टी के ऑफर को ठुकरा दिया है। यक़ीनन इससे अरविन्द केजरीवाल को गहरा धक्का लगा होगा।
इस समय शिकागो यूनिवर्सिटी में प्रोफ़ेसर हैं राजन:
पार्टी सूत्रों का कहना है कि अगर कुमार विश्वास को राज्यसभा में भेजा जाता है तो इससे पार्टी की छवि सकारात्मक नहीं हो जाएगी। उन्हें इसके लिए किसी अर्थशास्त्री को चुनना चाहिए। ज्ञात हो कि आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास, संजय सिंह, आशुतोष और दिलीप पांडेय जैसे नेता फिलहाल राज्यसभा के लिए उम्मीद लगाए बैठे हैं। जानकारी के लिए आपको बता दें कि रघुराम राजन इस समय अमेरिका की शिकागो यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं और तीन साल तक आरबीआई के गवर्नर भी रहे हैं।
मनुष्य होने के नाते हैं मेरी भी कुछ इच्छाएं:
पिछले दिनों पार्टी विधायक अमानतुल्ला ह खान के निलंबन की वापसी के बाद इसका कड़ा विरोध करते हुए वरिष्ठध नेता कुमार विश्वा स ने कहा था कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि उनके राज्यवसभा जाने के रास्तेश में बाधा डाली जा सके। वहीं, राज्यिसभा जाने के बारे में उन्होंरने पिछले दिनों कहा भी कहा था कि मनुष्ये होने के नाते मेरी भी कुछ इच्छािएं हैं। उनका भी मन करता है कि वह राजनीति में एक बड़ा नाम बने।