अगर आपके पास हैं दूसरों की ये 5 चीज़ें तो अभी लौटा दें, बन सकती है दुर्भाग्य और परेशानी का कारण
हर मनुष्य की अपनी एक एनर्जी होती है. यह एनर्जी हमारे आस-पास रहने वाली या हमारे द्वारा उपयुक्त की जाने वाली वस्तुओं को प्रभावित करती है. वास्तु के अनुसार हर किसी शख्स में नकारात्मक और सकारात्मक ऊर्जा होती है. हमारे आस-पास वाले लोगों पर इनमें से किसी भी ऊर्जा का प्रभाव पड़ सकता है. इसलिए वास्तु में कहा गया है कि दूसरों की चीजों का इस्तेमाल कभी नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से उनकी नकारात्मक और सकारात्मक ऊर्जा उनकी उन चीजों के जरिए किसी को भी प्रभावित कर सकती है. इन वस्तुओं का इस्तेमाल करना हमारे लिए दुर्भाग्य और आर्थिक परेशानी का कारण बन सकता है. इसलिए वास्तु के अनुसार कुछ चीज़ें दूसरों से कभी नहीं लेनी चाहिए. क्या हैं वो चीज़ें, आईये जानते हैं.
घड़ी
वास्तु के अनुसार हाथ पर पहनी जाने वाली घड़ी भी मनुष्य के जीवन पर अच्छा और बुरा प्रभाव डालती है. ऐसा कहा जाता है कि दूसरे की घड़ी को अपनी कलाई पर नहीं बांधना चाहिए क्योंकि उस व्यक्ति की नकारात्मक एनर्जी हमारे पास आ जाती है और हम जीवन में ऊंचाइयों पर नहीं पहुंच पाते. हमारे द्वारा की गयी सारी मेहनत भी बेकार जाती है, जिसकी वजह से हमें असफलता का सामना करना पड़ता है.
बिस्तर
दूसरों का बिस्तर यानी की बेडरूम का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करना चाहिए. ऐसा कहा जाता है कि दूसरों के बेडरूम या बिस्तर के इस्तेमाल से वास्तु दोष बढ़ता है. साथ ही ऐसा करने से आपको धन संबंधी परेशानी का सामना या फिर किसी से कर्ज़ लेना लेना पड़ सकता है.
कपड़े
वास्तु के अनुसार दूसरों के कपड़े नहीं पहनने चाहिए. दूसरों के कपड़े पहनने से उनकी नकारात्मक ऊर्जा हमारे अंदर आने लगती है. इसलिए हमेशा दूसरों के कपड़े पहनने से बचना चाहिए. किसी भी महत्वपूर्ण या शुभ कार्य के लिए अपने कपड़े ही पहनकर जाएं. इसके अलावा किसी के जूते भी नहीं पहनने चाहिए.
कलम
अक्सर हम किसी से कलम ले लेते हैं और फिर उसे वापस नहीं करते. यदि आपको कभी किसी काम के लिए किसी से पेन लेना पड़ जाए तो काम होने के बाद तुरंत उसे लौटा दें. वास्तु के अनुसार कहा जाता है कि किसी के पेन से काम करके उसे तुरंत न लौटाया तो पैसों का नुकसान होता है. पैसों के लेन-देन से जुड़ी बातों में तनाव आता है.
शंख
कभी भी अपना शंख दूसरों को न दें. शंख मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है. वास्तु के अनुसार अगर आप किसी को शंख देते हैं, तो इसका मतलब अपनी लक्ष्मी किसी को देना है. इसलिए भूलकर भी कभी अपना शंख किसी को न दें. पूजा आदि के लिए अगर किसी को शंख की ज़रुरत है तो संभव हो तो वहां जाकर आप स्वयं शंख बजाये और फिर वापस लाकर उसे गंगाजल से धोकर पवित्र करके उसके स्थान पर रख दें.