गुजरात विधानसभा चुनाव में पीएम मोदी पर भारी पड़ेगें ये ‘चार लड़के’? जानिए कौन हैं ये?
अहमदाबाद/नई दिल्ली – गुजरात का विधानसभा चुनाव प्रधानमंत्री मोदी के साथ-साथ बीजेपी के लिए भी काफी अहम हो गया है। एक तरफ जहां कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी यहां जमकर प्रचार करने में लगे हुए हैं वहीं दूसरी तरफ हार्दिक पटेल जैसे पट्टीदारों के नेता भी बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। Times now vmr survey. इसके अलावा, अल्पेश और जिग्नेश जैसे युवा नेता भी कांग्रेस के साथ आ गए हैं,
जिससे बीजेपी के लिए थोड़ी मुश्किल खड़ी हो गई है। जी हां, हम बात कर रहे हैं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पट्टीदारों के नेता हार्दिक पटेल, अल्पेश और जिग्नेश की। यही वो चार लड़के हैं जो बीजेपी के लिए थोड़ी मुश्किल खड़ी कर रहे हैं।
हार्दिक, अल्पेश और जिग्नेश का कांग्रेस को होगा फायदा?
गुजरात विधानसभा चुनाव दिसंबर में होने वाले हैं। इन चुनावों को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में जोरदार मुकाबला देखने को मिल रहा है। लेकिन, जिस राज्य में मोदी के सामने 20 सालों तक कोई टिक नहीं पाया उस राज्य में कांग्रेस इस बार कैसे टक्कर देने की स्थिती में आ गई, यह एक बड़ा सवाल यह है। सवाल ये है कि क्या कांग्रेस इन सबका साथ लेकर क्या 22 साल बाद गुजरात की सत्ता में वापसी कर पाएगी? खैर जो भी हो, लेकिन, फिल्हाल तो टाइम्स नाउ-वीएमआर के ऑपिनियन पोल के मुताबिक कांग्रेस इस बार भी बीजेपी से काफी पीछे ही नजर आ रही है।
ऑपिनियन पोलः कांग्रेस को कोई फायदा नहीं
टाइम्स नाउ-वीएमआर के द्वारा कराये गए ऑपिनियन पोल के मुताबिक बीजेपी को 2012 की तुलना में इस बार कहीं ज्यादा सीटें मिलती दिख रही हैं। ऑपिनियन पोल के मुताबिक अल्पेश के अलावा हार्दिक और जिग्नेशा जैसे युवा नेता भी कांग्रेस के साथ आकर बीजेपी को नहीं रोक पाएंगे। चौकाने वाली बात ये हैं कि, 52 फीसदी लोगों ने कहा है कि मोदी सरकार के ये तीनों विरोधी अगर कांग्रेस में शामिल होते हैं तो वे बिना किसी की सुने सीधे बीजेपी को वोट करेंगे। आपको बता दें कि ऑपिनियन पोल के मुताबिक बीजेपी को विधानसभा चुनाव में 118-134 सीटें और कांग्रेस को 49-61 सीटें मिलने का अनुमान है।
‘ब्रैंड मोदी’ के आगे सब होंगे फेल
ऑपिनियन पोल के मुताबिक ‘ब्रैंड मोदी‘ या ‘मोदी लहर’ अभी भी वैसे ही कायम है, जैसे 2014 के लोकसभा चुनावों में थी। चौकाने वाली बात ये हैं मोदी के पीएम बनने के बाद बीजेपी का गुजरात में वोट प्रतिशत 60 फीसदी से बढ़कर 81 फीसदी हो सकता है। आपको बता दें कि कांग्रेस ने गुजरात चुनाव में नोटबंदी और जीएसटी को अपना प्रमुख हथियार बनाया है। लेकिन ऑपिनियन पोल के अनुसार 42 फीसदी लोग मानते हैं कि नोटबंदी और जीएसटी के बाद जीवन की गुणवत्ता में सुधार हुआ है।