गुजरात के डिप्टी सीएम का बयान, सत्ता की लालच में कांग्रेस पार्टी में कर ले हाफिज सईद को भी शामिल
गांधीनगर: जैसा की आप जानते हैं गुजरात में चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे विरोधी पार्टियाँ एक दुसरे के ऊपर निशाना साधना शुरू कर चुकी हैं। इसी कड़ी में गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने एक विवादास्पद बयान देकर सबको चौंका दिया है। नतिन पटेल ने कहा कि सत्ता के लालच में कांग्रेस पार्टी में हाफिज़ सईद को भी शामिल कर सकती है। नितिन का यह बयान उस समय आया जब दो दिनों में दो बीजेपी नेताओं ने पार्टी छोड़कर कांग्रेस का खुला समर्थन किया है। रविवार को नरेन्द्र पटेल ने बीजेपी छोड़ दी और सोमवार को निखिल सवानी ने बीजेपी से नाता तोड़ लिया और हार्दिक पटेल का साथ देने का ऐलान किया।
बीजेपी से मिले 10 लाख दिखाए मीडिया को:
आपको बता दें यह दोनों ही नेता गुजरात में पाटीदार आन्दोलन के हार्दिक पटेल के साथी हैं। हार्दिक पटेल ने बीजेपी को हराने का ऐलान किया हुआ है। नरेन्द्र पटेल और निखिल सवानी ने बीजेपी पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है। यहाँ तक की नरेन्द्र पटेल ने बीजेपी की तरफ से खरीद-फरोख्त के लिए मिले 10 लाख नकदी मीडिया को भी दिखाया। नितिन पटेल गुजरात के ही पाटीदार समुदाय से आते हैं। नितिन पार्टी में काफी लोकप्रिय भी हैं। वह मोदी के भी बहुत करीबी हैं। विधायक के तौर पर नितिन पटेल के कैरियर की शुरुआत 1990 में ही हो गयी थी।
अभी से बनने लगा है अहमद पटेल राज्यसभा चुनाव जैसा सीन:
अभी तक वह पाँच बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। 1995 से लेकर 2002 तक बीजेपी सरकार में वह मंत्री पद पर भी रहे। 2002 में वह चुनाव हार गए। 2007 में पुनः विधानसभा चुनाव जीतनें के बाद मोदी मंत्रिमंडल में उनकी वापसी हुई। तब से लेकर अब तक वह लगातार मंत्री पद पर बने हुए हैं। पिछले कुछ दिनों में गुजरात में कई ट्विस्ट देखे गए हैं। कैशकांड के बाद गुजरात ओबीसी के बड़े नेता अल्पेश ठाकोर का कांग्रेस में शामिल होना। गुजरात में अभी से अहमद पटेल राज्यसभा चुनाव जैसा सीन बनने लगा है।
आरक्षण ना मिलनें से पटेल हैं बीजेपी से काफी नाराज:
जानकारी के मुताबिक गुजरात में पटेलों की आबादी लगभग 15 प्रतिशत है। राज्य की लगभग 80 प्रतिशत सीटों पर पटेल समुदाय का प्रभाव है। पटेलों को हमेशा से ही बीजेपी का मुख्य वोट बैंक माना जाता रहा है। बीजेपी के १८२ विधयाकों में से 44 पटेल समुदाय से ताल्लुक रखते हैंगुजरात में तीन तरह के पटेल, कड़वा, लेउआ और आंजना आते हैं। आंजना पहले से ही ओबीसी में आते हैं जबकि लेउआ आयर कड़वा ओबीसी में आनें की माँग कर रहे हैं। आरक्षण ना मिलनें की वजह से इस समय बीजेपी से गुजरात के पटेल काफी नाराज हैं।