सावधान मर्दों को भी हो सकता है ब्रेस्ट कैंसर
दुनियाभर में महिलाओं में सबसे आम है ब्रेस्ट कैंसर. इतना ही नहीं, महिलाओं में कैंसर की वजह से होने वाली मौतों में ब्रेस्ट कैंसर दूसरे नंबर पर है. लेकिन क्या आप जानते हैं पुरुषों को भी ब्रेस्ट कैंसर होता है.
कैसे होता है ये संभव-
बेशक पुरुषों में महिलाओं की तरह ब्रेस्ट में उभार नहीं होता लेकिन उनमें एक छोटी मात्रा में ब्रेस्ट टिश्यूज़ होते हैं. एक व्यस्क पुरुष के ब्रेस्ट यौवन से पहले एक लड़की के ब्रेस्ट के समान ही होते हैं. महिलाओं में ये टिश्यू उम्र के साथ बढ़ने लगते हैं लेकिन पुरुषों में नहीं बढ़ते. पुरुषों में महिलाओं के ब्रेस्ट कैंसर के टाइप की तरह ही ब्रेस्ट कैंसर होता है लेकिन कुछ दुर्लभ मामले ही होते हैं जब पुरुषों को दूध बनाने और संग्रह करने वाले भागों में कैंसर होता है.
इस उम्र में होता है पुरुषों को ब्रेस्ट कैंसर-
35 की उम्र के आसपास पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर होने की शिकायत बहुत ही कम देखने को मिलती है. हालांकि पुरुषों की उम्र बढ़ने के साथ उनमें भी ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ने लगता है. आमतौर पर 60 से 70 साल की उम्र में पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के मामले देखने को मिलते हैं.
किन पुरुषों को रहता है खतरा-
एक करीबी महिला रिश्तेदार में किसी को स्तन कैंसर हो.
छाती में रेडिएशन एक्सपोजर का इतिहास रह चुका हो.
ब्रेस्ट को नशीली दवाओं या हार्मोन उपचार से बड़ा करवाया गया हो.
कोई संक्रमण या जहर भी हो सकता है इसका कारण.
एस्ट्रोजन सप्लीमेंट्स का अधिक सेवन
आनुवंशिक सिंड्रोम क्लाइनफेल्टर हो, ये बहुत ही दुर्लभ है.
गंभीर जिगर की बीमारी (जिसे सिरोसिस कहा जाता है) हो.
अंडकोष में जख्म, अंडकोष के रोग, मम्प्स ऑर्काइटिस या कुछ इसी तरह की समस्या हुई हो.
पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर होता है कितना गंभीर-
डॉक्टरों का मानना था कि पुरुषों में स्तन कैंसर महिलाओं की तुलना में अधिक गंभीर था, लेकिन अब ऐसा नहीं है. बड़ी समस्या यह है कि पुरुषों में स्तन कैंसर का निदान बहुत बाद में जाकर होता है. समय पर उसका पता लगाना बहुत मुश्किल होता है. ऐसा इसलिए क्योंकि पुरुषों के स्तनों के ऊतकों की मात्रा बहुत छोटी होती है जिसे महसूस करना कठिन होता है. दरअसल महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के दौरान बनने वाली गांठों या कठोरपन को पहचान पाना आसान होता है जबकि पुरुषों के स्तन छोटे होने से ऐसा हो पाना मुश्किल होता है.