रामपाल के समर्थकों ने मीडिया के ऊपर लगाये ऐसे-ऐसे आरोप सुनकर खड़े हो जायेंगे आपके कान
आपको बाबा रामपाल तो याद ही होंगे। अरे हम उसी बाबा की बात कर रहे हैं जो हरियाणा के थे और जिन्हें उनके अपराधों की वजह से जेल हुई है। राम रहीम की तरह ही रामपाल के भी काफी समर्थक थे। आज भी उसके कुछ समर्थक हैं जो उसका साथ नहीं छोड़ रहे हैं। आज भी कुछ लोग उसे भगवान भी मानते हैं। हाल ही में रामपाल के समर्थकों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वायरल हो रहे वीडियो में समर्थक एक मीडिया चैनल के ऊपर जमकर अपना गुस्सा निकालते हुए दिखाई दे रहे हैं।
रामपाल की कहानी है किसी फिल्म की कहानी:
समर्थकों का दावा है कि इस मीडिया चैनल ने बाबा के बारे में जनता के सामने भ्रामक तस्वीर पेश की है। समर्थकों का यह भी आरोप है कि इस चैनल ने ना ही समर्थकों की समस्याओं के बारे में बात किया और ना ही पीड़ितों की किसी समस्या को दिखाया। रामपाल के समर्थक उसे सांय कबीर का अवतार मानते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि रामपाल की कहानी किसी फ़िल्मी किरदार की कहानी से कम नहीं है। उसके समर्थक उसे नायक कहते हैं जबकि आम जनता के लिए वह खलनायक है।
वायरल हो रहे इस वीडियो में रामपाल के दर्शक नॉएडा स्थित एक न्यूज़ चैनल के बाहर दिखाई दे रहे हैं। समर्थक चैनल के ऊपर झूठी खबर दिखानें की बात कर रहे हैं। समर्थकों का दावा है कि चैनल उनके बाबा के बारे में सबकुछ जूठा दिखा रहा है, इसलिए वो लोग समाचार चैनल ज्ञापन देने के लिए पहुँचे हुए थे। समर्थकों का कहना है कि दिल्ली की सांगत में आनें से ही समाचार चैनलों के होश ठिकानें आ गए हैं। समर्थकों ने कहा कि समाज में मीडिया की एक इज्जत है, उसे उसी तरह ख़बरें भी दिखानी चाहिए।
कुछ ही दिनों में इंजिनियर से बन गया संत:
अगर मीडिया गलत खबर दिखाएगी तो जनता का भरोसा उसके ऊपर से उठ जायेगा। रामपाल का जन्म 1951 में हरियाणा के एक गाँव में धनणा में हुआ था। वह पेशे से एक सिंचाई विभाग में जूनियर इंजिनियर था। नौकरी के साथ ही वह सत्संग करनें लगा और कुछ ही दिनों में रामपाल से संत रामपाल बन गया। हरियाणा सरकार ने उसे सन 2000 में इस्तीफ़ा देने के लिए कहा। इस्तीफ़ा देने के बाद रामपाल ने करोंथा गाँव में सतलोक आश्रम बनवाया। इस समय उसका आश्रम सरकार के कब्जे में है।
रामपाल के समर्थकों का मानना है कि बाबा एक चमत्कारी आत्मा है जो पृथ्वी पर ईश्वर का स्वरुप है। समर्थकों का यह भी कहना है कि रामपाल पशुओं से भी बात करते थे। कई बार उन्हें पशुओं से बात करते हुए देखा गया है। फिलहाल रामपाल कानून की नजर में अपराधी है। वह हत्या के मामले में 2006 में फँसा था, जिसमें उसे 2008 में जमानत मिल गयी थी।