कब्ज का कारण बन सकते हैं ये खाद्य पदार्थ, अपनायें ये उपाय और रहें निरोग
प्रत्येक दो दिनों में मल पास करना कब्ज नहीं है. लेकिन अगर सप्ताह में तीन बार से कम मल त्यागते हैं तो आप निश्चित रूप से कब्ज के शिकार हैं. ऐसे में ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में जानना बेहद जरूरी है जो कब्ज बढ़ाते हैं. चलिए जानते हैं कौन से हैं वे खाद्य पदार्थ.
फास्ट फूड-
फास्ट फूड, जैसे बर्गर, फ्राइज़, और पिज्जा, कब्ज का कारण बनता है क्योंकि वे उच्च वसा वाले होते हैं और इनमें पोषकता की कमी होती है. ये आपके शरीर को डिहाइड्रेट करते हैं और आपके बॉउल मोमेंट को धीमा कर देते हैं. इसलिए यदि आप कब्ज से परेशान हैं तो फास्ट फूड से दूर रहें.
कॉफी और ब्लैक टी-
कैफीन आपके आंत्र को उत्तेजित करके कब्ज से राहत देता है. लेकिन यदि आप खाली पेट हैं तो ये विपरीत दिशा में काम करता है और कब्ज का कारण बनता है.
सफेद ब्रेड-
अनाज या होल ग्रेन की रोटी के विपरीत, सफेद रोटी यानि ब्रेड स्टार्च से भरी होती है और इसमें बहुत कम मात्रा में फाइबर होता है. ऐसे में कब्ज होने के समय इससे बचना चाहिए.
रेड मीट-
बेशक, रेड मीट स्वादिष्ट हो सकता है, लेकिन इसमें वसा और प्रोटीन फाइबर बहुत अधिक मात्रा में होता है (जो आपके पेट के लिए सही नहीं है) और इसमें मौजूद आयरन की अधिक मात्रा भी कब्ज के मरीजों के लिए अच्छा नहीं माना जाता.
कच्चा केला-
पका केला कब्ज को कम करने के लिए जाना जाता है. वहीं कच्चा केला विपरीत दिशा में काम करता है क्योंकि कच्चा केले में बहुत अधिक स्टार्च होते हैं, जिससे शरीर को पचाने में मुश्किल होती है. पेक्टिन फाइबर की उच्च मात्रा होने से इसे पचाना मुश्किल होता है. ये आंतों से पानी निकालते हैं और शरीर को निर्जलित करते हैं, जो कब्ज को बढ़ता है.
चॉकलेट-
चॉकलेट हर उम्र के लोग पसंद करते हैं. लेकिन इसमें वसा की उच्च मात्रा के कारण ये कब्ज की समस्या पैदा करता है.
ग्लूटन-
ग्लूटेन एक निश्चित प्रोटीन है जो गेहूं, राई और जौ जैसे कुछ अनाज में पाया जाता है, जो आटा को अपनी लोच देता है और केक और रोटी च्वाई बनाता है. इतने गुण होने के बावजूद बहुत सारे लोग ग्लूटन के प्रति संवेदनशील होते हैं यानि लोग इसे ठीक से पचा नहीं पाते. ग्लूटन इन लोगों में ऑटोइम्यून समस्याओं को विकसित कर सकता है. ऐसे में यदि आपको कब्जे है तो आपको रोटी और चावल के बजाय ब्राउन चावल खाने चाहिए.