नवरात्र में बदल चुके हैं ग्रह गोचर, देवी कृपा से इन राशियों की संवर जाएगी किस्मत
शारदीय नवरात्र के साथ हिन्दु नव वर्ष की शुरूआत होती है… इसलिए अध्यात्म के साथ साथ ज्योतिष और वास्तु की दृष्टि से भी ये समय शुभ माना जाता है। इस समय से नए कार्यो का आरम्भ किया जाता है ..और ये मंगल कामना की जाती है कि पूरा वर्ष सुखमय बीते । साथ ही नवरात्र का समय ग्रह गोचर की दिशा में भी परिवर्तन लाता है…जिसका विभिन्न राशियों पर अलग अलग प्रभाव पड़ता है। इस नवरात्र भी कुछ राशियों में परिवतर्न की स्थिति बन रही है ..हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि ये नवरात्र आपके लिए क्या परिवर्तन लाया है।
इन राशियों के लिए शुभ फल लेकर आया है नवरात्र
कन्या बुध का कन्या राशि में प्रवेश मेष राशि वालो के लिए अच्छा रहेगा। बुध के राशि मे प्रवेश करने से काफी समय से अटके हुए काम पूरे होंगे। लव लाइफ के लिए समय अच्छा रहेगा, दोनो में रोमांस बना रहेगा।
कर्क राशि के लिए बुध राशि में परिवर्तन पारिवारिक जीवन में खुशी और संबंधो में सुधार लेकर आने वाला है। मानसिक सुख और शांति मिलेगी। नौकरीपेशा लोगो को प्रमोशन और वेतन मे वृद्धि मिल सकती है तो समय बहुत ही अच्छा रहने वाला है। शुरूआत में थोड़ी दिकक्तों का सामना करना पड़ सकता है और समय बहुत ही शुभ रहने वाला है।
सिंह राशि के जातकों के लिए सुख और सौभाग्य लाने वाला है। सूर्य के साथ मिलकर बुध बौद्धिक क्षमता के साथ मान सम्मान मे भी वृद्धि लायेगा।
कन्या राशि के जातकों के लिए बुध का राशि में प्रवेश सौभाग्यशाली रहेगा। बुध के कारण आपकी धार्मिक कामों में रूचि बढ़ेगी। आपके स्वभाव में मधुरता आयेगी और शत्रुओं पर जीत हासिल करेंगे। कोर्ट कचहरी के मामले आपके पक्ष में होंगे। वाहन खरीदने के योग है और बिजनेस स्थापित करने के लिए समय अत्यधिक शुभ है।
वृश्चिक राशि के लिए बुध का परिवर्तन ठीक रहेगा। दोस्तो का सहयोग मिलेगा और साझेदारी से काम बनेंगे। जिन लोगो को विवाह की प्रतिक्षा है उनका इंतजार समाप्त होगा।
मकर राशि के जातकों को पुरानी परेशानी से राहत मिलेगी। संकट कम होंगे लेकिन आर्थिक परेशानी रहेगी। पर्सनल और प्रोफेसनल लाइफ में ताल मेल बनाकर चले। लव लाइफ के समय अच्छा है नया साथी मिल सकता है।
इन राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह में परिवर्तन थोड़ा चिंताजनक है
1 वृष, मिथुन,तुला,धनु,कुम्भ और मीन राशि के लिए बुध का गोचर ठीक नहीं है तो इस राशि के जातकों को सावधान रहने की जरूरत है। कार्यों में असफलता मिल सकती है लेकिन परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि काम धीरे धीरे होंगे। देवी मां की पूजा करें देवी की कृपा से धैर्य मे वृद्धि होगी।