मछली खाने के बाद दूध पीना क्या हेल्दी है ?
बहुत से खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं जिन्हें अगर साथ में लिया जाए तो सेहत को नुकसान होता है. कुछ खाद्य पदार्थों को लेकर भ्रम भी है. आज हम आपको बताएंगे क्या मछली खाने के बाद दूध पीना सही है या नहीं.
मछली के ऊपर दूध पीना सही या गलत ये तीनों चीजों पर निर्भर करता है. पहला आयुर्वेद क्या कहता है. दूसरा विज्ञान क्या कहता है और तीसरा इंसान की रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसी है. इन तीनों चीजों के अलावा हमें दादी-नानी की वो बातें भी याद हो आती हैं जब वे तैलीय भोजन खाने से पहले और बाद में दूध पीने से मना करती थीं. बेशक, अब ये बातें पुरानी हो चुकी हैं और आज के खाने-पीने के तौर-तरीके बदल गए हैं. लेकिन हमें ये भी समझने की जरूरत है कि इंसान का शरीर कैसे काम करता है. क्यों इंसा का शरीर मछली और दूध के संयोजन को खारिज कर देता है. चलिए इस चीज को जरा विस्तार से जानते हैं.
आयुर्वेद के मुताबिक-
आयुर्वेद के मुताबिक मछली मांसाहारी भोजन है. जबकि दूध पशु उत्पाद होने के बावजूद शाकाहारी खाद्य पदार्थ के रूप में देखा जाता है. वहीं इस पर हुए अध्ययन से पता चलता है कि दोनों की खपत एक साथ होने के कारण खून में एक रासायनिक प्रतिक्रिया हो सकती है, जिससे त्वचा के रंगद्रव्य या लीकोडार्मा नामक एक बीमारी हो सकती है. बहरहाल, दूध शरीर को अंदर से ठंडा करता है जबकि मछली गर्म करती है. अगर दोनों को एक साथ लिया जाएगा तो इससे निकलने वाली ऊर्जा शरीर को नुकसान पहुंचाएगी और इससे तमाम तरह की एलर्जी हो सकती है.
विज्ञान क्या कहता है-
विज्ञान के दर्शन के मुताबिक, आज भी ऐसा कोई सबूत मौजूद नहीं है जो ये कहता है कि मछली और दूध का साथ में सेवन करने से इंसान के शरीर को नुकसान पहुंचता है. अगर हम खाने-पीने के बदलते रूझान की तरफ गौर करे तो बहुत से ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिनका संयोजन शरीर के लिए फायदेमंद है. जैसे- दही, मछली और दूध का संयोजन. खाद्य पदार्थों का ये संयोजन हृदय और मस्तिष्का की समस्याओं से जूझने के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है.
रोग प्रतिरोधक क्षमता-
अगर आप मछली खाने के बाद दूध का सेवन करते हैं तो आप दो प्रोटीन से भरपूर दो खाद्य पदार्थों का सेवन आप एक साथ करते हैं. इन दोनों को ही पचाने के लिए विभिन्न प्रकार के पाचन रस की आवश्यकता होती है, जिससे उन्हें पचाने में मुश्किल हो जाती है और यह शरीर के पाचन और प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करता है. ऐसे में मानव के शरीर के हिसाब से भी दूध और मछली का सेवन एक साथ सही नहीं है.