क्या आपने कभी सोचा है कि कुत्ते चलती गाड़ियों का पीछा क्यों करते हैं
कभी अपनी कार में अंजान गलियों से होकर गुज़रिए. मोहल्ले के कुत्ते आपका पीछा ऐसे करते हैं,जैसे उनकी हड्डी चुरा कर आप भागे हों. । कुत्ते कार्स और बाइक्स के पीछे ऐसे भागते हैं जैसे की अगर उन्हें यह गाड़ी मिल जाती तो पता नहीं वह उसके साथ क्या करते। कभी आपके मन में यह सवाल आया है की आखिर क्यों ये कुत्ते ऐसा करते हैं ? आखिर क्या कारण होता है की वह गाड़ियों के आगे पीछे भागते हैं ? (Why do Dogs chase cars ? )
तो चलिए आज आपको बतातें हैं।
आपके दिमाग में ये बात आई हो न हो, लेकिन Quora पर एक व्यक्ति ने ये सवाल सबके सामने रखा. बतादें की Quora एक डिक्टेशन फोरम है, जहां बहुत सरे लोगो ने अपनी अलग अलग इस सवाल पर थ्योरी बयां की है इस सवाल का जवाब बहुत सरे लोगो ने अलग-अलग दिए, तो हमें भी कुत्तों की इस हरक़त का राज समझ आया.
आप सभी को यह बात जरूर पता होगी की कुत्ते गाड़ियों के टायर पर टांग उठा कर पेशाब करते है। कुत्ते यह इस लिए करते है की वह ऐसा कर के अपना इलाका बता सके . और उसमे वह गाड़ियों के टायर भी आते हैं जिसपर वह टॉयलेट कर निशान लगाते हैं।
ऐसे में जब कोई गाड़ी, जिसके टायर पर कुत्ते पेशाब कर चुके हों, वो दूसरे मोहल्ले से गुज़रती है तो कुत्तों को उसकी दुर्गंध आ जाती है और कुत्तों को वो सहन नहीं होती. किसी दूसरे मोहल्ले के कुत्ते जब किसी और इलाके में घुसते हैं, तो कुत्ते उसका लड़कर सामना करते हैं.
जैसे की आप A नाम के इलाके में रहते हैं और B नाम के इलाके में आपका ऑफिस है। आपके A इलाके का कुत्ता आपकी गाड़ी को पहचानता है और जब आप अपनी गाड़ी ऑफिस यानि B इलाके में लेकर जाते हैं और वहां का कुत्ता आपकी गाड़ी पर टॉयलेट कर अपना निशान बना लेता है तब आपके घर अने के बाद A इलाके वाला कुत्ता पहचान जाता है की इसपर किसी और इलाके के कुत्ते ने अपना निशान लगाया है। फिर इसके बाद जभी आप अपने गाड़ी को वहां से लेकर जाते हैं तो A इलाके का कुत्ता गाड़ी के पीछे भागने लगता है, क्यों की वह यह बर्दाश्त नहीं कर पता है की उसके इलाके में किसी और कुत्ते ने अपना निशान लगाया है।
इसके अलावा कुत्ते छोटे जानवर, बिल्ली, बाइक का वैसे ही पीछा करते हैं, जैसे गेंद, डिस्क या और किसी खिलौने को पकड़ते हैं.
गाड़ियां उनका ध्यान खींचती हैं और गाड़ियों के पीछे भागने से उन्हें लगता है कि वो गाड़ी को डरा कर भगा रहे हैं, जिससे वो खुद को बलवान समझते हैं.