जीवन में होगी धन और सुख की बरसात, अगर कुछ ऐसे ख्याल रखें खुद से जुड़ी हर स्त्री का..
महिलाएं परिवार का आधार होती हैं.. मां के रूप में जीवन इन्हीं से मिलता है और पहले कदम से लेकर जिंदगी के कई अध्याय की शुरूआत इनके सहारें ही होती है.. बहने के रूप में इनका साथ और स्नेह मिलता है… और फिर एक जीवनसंगिनी बनकर पूरे जीवन का साथ निभाती हैं …वहीं बेटी के रूप में चेहरें की मुस्कान बनती हैं। ज़ाहीर है जीवन के हर पड़ाव पर महिलाएं हम भूमिका निभाती हैं …और सफलता में भागीदार बनती हैं। ऐसें में बेहतर जिंदगी के लिए जरूरी है कि इनका ख्याल रखा जाएं और इनसे जुड़े हर रिश्तें को सहेज कर रखा जाए। हम आपको को कुछ एसी ही बातें बता रहे हैं जिससे आप अपने से जुड़ी हर उन महिलाओं को खुश रख सकते हैं जो बिना किसी शर्त और शिकायत के जीवन भर आपकी व आपकी हर एक ज़रुरत, पसन्द- नापसन्द का ख्याल रकती है।
माँ को दें सहारा
मां अपके जीवन की नींव होती है जिसके सहारें आप जीवन की ऊँचाई चढ़ते हैं पर आजकल की लाईफस्टाइल में बच्चे मां के सहारे बड़े तो हो रहे हैं लेकिन सक्षम होते हीं वो मां की अहमियत भूल जाते हैं। वो मां जिसके सहारे कल तक आप जीवन की हर बाधा को पार करते थें बड़े होते ही वो खुद आपको बाधा महसूस होने लगती है। इस सोच को बदलने की जरूरत है क्योंकि मां भले ही आपसे अपने कर्मों का हिसाब नही मांगती हैं लेकिन जीवन में कई बार उन्हें आपके साथ की ज़रुरत होती है हांलाकि वो आपसे कुछ नहीं कहती पर ये आपका कर्तव्य है कि उनसे जुड़ी हर बात का ख्याल रखें और जहां उन्हे आपके साथ ही जरुरत है, उनके साथ डट कर खड़े रहें।
मान रखें बहन का
बहन जहां शादी से पहले आप से अपनी छोटी बड़ी जरूरतों को पूरा करने की हठ करती है वहीं शादी होने के बाद वो आपसे कोई मांग नही रखती..उसकी बस इतनी सी चाह होती है कि आप उसे हमेशा वही स्नेह दें जो पहले देते थें। आप भलें ही अपनी व्यक्तिगत जिंदगी की व्यस्ता के चलते उसे भूल गएं हो पर वो आपको भूलना नही चाहती है। ऐसे में आपका भी फर्ज है कि आप उसकी भावनाओं का ख्याल रखें और उसे उचित स्नेह और मान दें।
जीवनसंगिनी की अहमियत समझें
पत्नी वो स्त्री होती है जो आपके हर सुख दुख में बराबर की भागीदार बनकर जीवन भर आपके साथ चलती है…आपके लिए वो अपना घर बार,नाते रिश्तें छोड़ कर आती है । यहां तक की अपना नाम भी बदल देती है..इस बात की अहमियत आपको समझनी चाहिए और उन्हें वो हर खुशी और प्यार देना चाहिए जिसकी वो हकदार हैं। क्योंकि एक स्त्री के लिए उसका पति ही सबकुछ होता है और उसकी सारी ख्वाहिशें और चाह पति से होती हैं ऐसे में ये आपका दायित्व है कि उनकी भावनाओं का ख्याल रखें और उन्हें उचित मान,सम्मान और प्यार दें।
बेटियों को भी दें उनके हिस्से का प्यार
एक लड़की के लिए उसका पिता ही वो पहला पुरूष होता है जो उसके जीवन में आता है …हर लड़की के लिए उसका पिता सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण व्यक्ति होता है वो हमेशा उनके दिल के करीब रहना चाहती है। पर अक्सर ऐसा होता है कि बेटों की चाह में लोग बेटियों की इच्छाओं को नही समझते जबकि एक बेटी को भी उतने ही प्यार और मान की जरूरत होती है जितना कि बेटों को । इस बात को समझें और बेटा बेटी का फर्क भूलाकर अपनी बच्ची को प्यार दें।