अरबपति दंपति का यूं छलका दर्द, वीडियो देखकर नहीं रोक पाएंगे आंसू
जीवन के कई बसंत ऐशोआराम में गुजरे.. रईशी और शानसौकत ऐसी की हजार लोग रोज सलाम करें .. इस सोच में सीना चौड़ा था कि जब बेटा बड़ा हो जाएगा तो उनके वंश बेल को सम्भालेगा और उनके निढ़ाल कंधों का मजबूत सहारा बनेगा…लेकिन समय बदला..और जब वही बेटा बड़ा हुआ तो विरासत को तो सम्भाल लिया पर लेकिन अपनी जड़ों को उखाड़ फेंका.. जी हां ये दास्तां भारत के एक ऐसे परिवार की है जो देश की चुनिंदा रॉयल फैमली में गिनी जाती थी। लेकिन वहीं रॉयल फैमली आज टूटकर बिखर गई है, हम बात कर रहे हैं रेमंड ग्रुप के मालिक विजयन सिंघानिया की जो बेटे के घर से निकाले जाने के बाद किराये के मकान में रह रहे हैं। जीवन के आखिरी पड़ाव में सिवाए पति पत्नी के एक दूसरे का कोई सहारा नही है… ऐसे में दोनो एक दुसरे हाथ थामे कुछ इस तरह अपनी आप बीती एक गीत के सहारे बयां कर रहे हैं।
वीडियो हो रहा है वायरल
बेटे के घर से निकालने देने और संपति हड़प लेने के बाद चर्चा में आए, देश के नामी व्यवसाईयों में से एक विजयपत सिंघानिया एक बार फिर चर्चा में है। पिछली बार जहां वो अपने बेटे के धोखे और फरेब के चलते लोगों की सहानुभूति पा रहे थे। वहीं इस बार वो अपने एक वीडियो के चलते चर्चा में है। जिसमें विजयपत सिंघानिया और उनकी धर्मपत्नी दोनों एक गाने के माध्यम से अपने दर्द को बयान कर रहे है। सिंघानिया का साथ उनकी पत्नी बखूबी दे रही है। गाना आज से करीब साठ साल पुराना फिल्म प्यासा का है।
साहिर लुधयानवी की इस नज्म से बयां किया अपना गम
“जाने वो कैसे लोग थे जिनके, प्यार को प्यार मिला, हमने तो जब कलियाँ माँगी, काँटों का हार मिला… बिछड़ गया हर साथी दे कर, पल दो पल का साथ…किसको फ़ुर्सत है जो थामे, दीवानो का हाथ…हमको अपना साया तक, अक्सर बेज़ार मिला”…. प्यासा फिल्म का ये गीत अपने आप में बहुत कुछ कहता है। उस जमाने में गुरूदत्त साहेब के नायाब अदाकारी ने इस गीत को अमर कर दिया और आज के दौर में इस गीत की रूहानियत को जिंदा कर रहे हैं ये बुजुर्ग दम्पति ।
ये है पूरा मामला
हुआ ये है कि परिवार के झगड़े के बाद बेटे ने इनको घर से निकाल दिया और उन्हें एक-एक पैसे के लिये मोहताज कर दिया है। रेमंड समूह के मालिक विजयपत सिंघानिया ने कंपनी में अपने सारे शेयर अपने बेटे गौतम के नाम कर दिये थें, इन शेयर्स की कीमत 1000 करोड़ रुपये के लगभग बतायी जा रही है लेकिन अब बेटे ने कारोबार को अपने हाँथों में लेकर उन्हें बेसहारा छोड़ दिया है। यहां तक कि सिंघानिया की गाड़ी और ड्राइवर भी छीन लिये गये हैं। हाल ही में सिंघानिया ने बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर कर जेके हाउस में अपने ड्यूप्लेक्स घर का पजेशन मांगा है।