भारत की 10 मंदिरें जहां दिल खोलकर दान करते हैं भक्त।
आस्था के साथ-साथ देश की समृद्ध और धार्मिक विरासत के भी हैं प्रतीक ये मंदिर । 1 साल में करोड़ों का चढ़ावा चढ़ाते हैं भक्त। इन मंदिरों में पांचवी और दूसरे नंबर की मंदिर है काफी लोकप्रिय। तो आईए जानते हैं कि भारत की सबसे अमीर मंदिरों की लिस्ट में कौन-कौन से मंदिर शामिल है।
भारत का दसवां सबसे अमीर मंदिर है दिल्ली का अक्षरधाम मंदिर। दिल्ली में कॉमनवेल्थ खेलगांव के पास 100 एकड़ जमीन पर बने स्वामीनारायण मंदिर को अक्षरधाम मंदिर भी कहा जाता है। दुनिया के सबसे विशाल हिंदू मंदिर के तौर पर इसका नाम गिनेस बुक ऑफ रेकॉर्ड्स में भी दर्ज है। इसमें 10,000 साल पुरानी भारतीय संस्कृति, आध्यात्मिकता और वास्तुकला को दर्शाया गया है। हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु इस मंदिर में आते हैं।
भारत का नौवां सबसे अमीर मंदिर है केरल का सबरीमाला अय्यप्पा मंदिर। यह भी देश के अमीर मंदिरों की सूची में शामिल है। हर साल करीब 10 करोड़ श्रद्धालु इस मंदिर में आते हैं। यह मंदिर पहाड़ों और घने जंगलों के बीच समुद्र तल से 4,133 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह वही मंदिर है जिस पर सबरीमाला केस की कार्रवाई हुई थी। इस मंदिर की सबसे अनोखी पहचान यह है कि यहां केवल पुरुष ही जा सकते हैं। यात्रा सीजन में इस मंदिर को करीब 230 करोड़ रुपये की कमाई होती है।
आंठवे नंबर पर नाम आता है गुजरात के सोमनाथ मंदिर का। गुजरात का सोमनाथ मंदिर सोमनाथ मंदिर हमेशा देश के सबसे अमीर मंदिरों में से एक रहा है। यही वजह है कि महमूद गजनी ने इसे 17 बार लूटा गया था। इस मंदिर को आज भी गुजरात में एक समृद्ध मंदिर के रूप में गिना जाता है। यह मंदिर गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के वेरावल में बनाया गया है, और यह भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग मंदिरों में से एक है। सोमनाथ में हर साल करोड़ों को चढ़ावा आता है। इसलिए ये भारत के अमीर मंदिरों में से एक है।
तो वही पुरी का जगन्नाथ मंदिर भारत का सातवां सबसे अमीर मंदिर है। पुरी में जगन्नाथ मंदिर भारत के सबसे अमीर मंदिरों में से एक है, जिसे देश और यहां तक कि दुनिया के कोने-कोने से अपने भक्तों से भारी मात्रा में दान मिलता है। हालांकि मंदिर की सही संपत्ति के बारे में कोई नहीं जानता, लेकिन अनुमान है कि मंदिर में 100 किलो से अधिक सोने और चांदी के सामान हैं। प्राचीन मंदिर भगवान जगन्नाथ को समर्पित है और हिंदुओं के लिए एक प्रमुख तीर्थस्थल है। इसके अलावा, मंदिर अपने वार्षिक रथ यात्रा उत्सव के लिए भी प्रसिद्ध है। कहा जाता है कि मंदिर को यूरोप के एक भक्त से 1.72 करोड़ रुपये दान में मिले थे।
तो वहीं छठे नंबर पर नाम आता है मदुरई का मिनाक्षी मंदिर का। यह देश के उन चंद मंदिरों में शामिल है जहां रोजाना 20 से 30 हजार भक्त दर्शन के लिए आते हैं। मंदिर की सालाना कमाई करीब 6 करोड़ रुपये की है। इस मंदिर परिसर में करीब 33,000 मूर्तियां हैं। मुख्य मूर्ति देवी मीनाक्षी की है जो भगवान सुंदरेश्वर (भगवान शिव) की पत्नी हैं। मंदिर में दो गोल्डन कार्ट हैं जो इसकी भव्यता में चार चांद लगाते हैं। यह देश के सबसे अमीर मंदिरों में शामिल हैं।
मुंबई का सिद्धिविनायक मंदिर इस लिस्ट में पांचवें नंबर पर है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में सिद्धिविनायक मंदिर देश के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यह मंदिर भगवान गणेश को समर्पित है। बॉलीवुड के मशहूर हस्तियों से लेकर बिजनेस टायकून तक, यहां कई मशहूर हस्तियां देखी जाती हैं। इस मंदिर को 3.7 किलोग्राम सोने से कोट किया गया है, जिसे कोलकाता के एक व्यापारी ने दान किया था। रेकॉर्ड के अनुसार, मंदिर को दान और चढ़ावे से सालाना करीब 125 करोड़ रुपये की इनकम होती है।
चौथे नंबर पर नाम आता है जम्मू के वैष्णो देवी मंदिर का। वैष्णो देवी मंदिर को देश के सबसे पवित्र स्थानों में से एक माना जाता है। भारत में मान्यता प्राप्त शक्ति पीठ मंदिरों में से एक है। ट्रैवल गाइड टूरमाईइंडिया के अनुसार, इस मंदिर से हर साल 500 करोड़ रुपये की आय होती है जो इसे देश के सबसे धनी मंदिरों में से एक बनाती है। देश और दुनिया से हर साल लाखों की संख्या में लोग माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए आते हैं।
इस सूची में तीसरे स्थान पर महाराष्ट्र के शिरडी में स्थित साई बाबा मंदिर है। रिपोर्ट्स के मुताबिक मंदिर के बैंक खाते में 380 किलो सोना, 4,428 किलो चांदी और डॉलर और पाउंड जैसी विदेशी मुद्राओं के रूप में बड़ी मात्रा में धन के साथ-साथ लगभग 1,800 करोड़ रुपये जमा हैं। 2017 में रामनवमी के अवसर पर एक अज्ञात भक्त द्वारा मंदिर को 12 किलो सोना दान किया गया था। इस मंदिर में हर साल करीब 350 करोड़ का दान आता है।
देश के सबसे अमीर मंदिरों की लिस्ट में दूसरे स्थान पर आंध्र प्रदेश का तिरुपति बालाजी मंदिर है। वैष्णव संप्रदाय का यह मंदिर दान के मामले में दुनिया का सबसे अमीर मंदिर है। दसवीं शताब्दी में बने इस मंदिर की वास्तुकला देखने लायक है। भक्त यहां हर साल लगभग 650 करोड़ रुपये दान के रूप में देते हैं। लड्डू का प्रसाद बेचने से ही मंदिर को लाखों रुपये की कमाई होती है। तिरूपति मंदिर भगवान वेंकटश्वर को समर्पित है, जिन्हें विष्णुजी का अवतार माना जाता है। माना जाता है कि मंदिर के पास नौ टन सोने का भंडार है और विभिन्न बैंकों में फिक्स डिपॉजिट में 14,000 करोड़ रुपये जमा हैं।
तो वहीं केरल में स्थित पद्मनाभ स्वामी मंदिर को दुनिया का सबसे अमीर मंदिर माना जाता है। ये मंदिर केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में है। इसकी कुल संपत्ति करीब 1,20,000 करोड़ रुपये है। इस मंदिर की देखभाल त्रावणकोर के पूर्व शाही परिवार द्वारा की जाती है। इस मंदिर को खजाने में हीरे, सोने के गहने और सोने की मूर्तियां शामिल हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, मंदिर की 6 तिजोरियों में कुल 20 अरब डॉलर की संपत्ति है। यही नहीं, मंदिर के गर्भग्रह में भगवान विष्णु की बहुत बड़ी सोने की मूर्ति विराजमान है, जिसकी कीमत 500 करोड़ रुपये है।
तो यह रही भारत की 10 सबसे अमीर मंदिरों की लिस्ट। इन मंदिरों में से आपने कौन से मंदिर के दर्शन किए है कमेंट कर हमें ज़रूर बताएं।