‘हनुमान’ के किरदार के लिए दारा सिंह ने छोड़ा था नॉन-वेज, संग काम करने से घबराती थीं एक्ट्रेसेज
रामानंद सागर के धारावाहिक “रामायण” को आज भी दर्शकों का खूब प्यार मिलता है। एक समय ऐसा था जब धारावाहिक “रामायण” को देखने के लिए लोग टीवी के सामने चिपक जाते थे। उस समय सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता था। इस धारावाहिक की लोकप्रियता ऐसी थी कि दर्शक पर्दे पर भगवान के किरदार में नजर आने वाले हर एक्टर को असल में ही भगवान मानने लगे थे। सीरियल में अरुण गोविल को राम, दीपिका चिखलिया को सीता और सुनील लहरी को लक्ष्मण के रूप में दिखाया गया है। स्वर्गीय दारा सिंह ने इसमें हनुमान का किरदार निभाया था।
हनुमान जी के किरदार में दारा सिंह को खूब लोकप्रियता हासिल हुई थी। रामानंद सागर के रामायण में हनुमान का रोल निभाकर दारा सिंह ने छोटे पर्दे पर कभी ना मिटने वाली छाप छोड़ दी। लेकिन शायद ही बहुत कम लोगों को इस बात का पता होगा कि पहले इस किरदार को करने से दारा सिंह हिचकिचा रहे थे। जी हां, और पहली बार इस किरदार को करने से उन्होंने मना कर दिया था।
‘हनुमान’ नहीं बनना चाहते थे दारा सिंह
‘रामायण’ में काम करने से पहले ही दारा सिंह हिंदी सिनेमा और कुश्ती की दुनिया का बड़ा और चर्चित नाम थे। दारा सिंह ने कई फिल्मों में काम किया है और वह सैकड़ों कुश्ती भी लड़ चुके थे, जिसमें से उन्हें एक में भी हार नहीं मिली थी। पूरी दुनिया ने उनकी पहलवानी और अदाकारी का लोहा माना है। वहीं जब रामानंद सागर ने “रामायण” में हनुमान का किरदार दारा सिंह को ऑफर किया था तो उन्होंने पहले इस किरदार को करने से साफ इनकार कर दिया था। दरअसल, वह पहले इस किरदार को करने से हिचकिचा रहे थे। ऐसा इसलिए क्योंकि उनका मानना था कि वह इस किरदार के लिए काफी उम्रदराज थे।
दारा सिंह ने डायरेक्टर को यह बात कहते हुए मना कर दिया था कि उनकी उम्र 60 साल की हो चुकी है और उन्होंने डायरेक्टर को हनुमान के किरदार के लिए किसी नौजवान को लेने की बात कही थी। लेकिन रामानंद सागर भी हार मानने वालों में से नहीं थे। उन्होंने इस किरदार के लिए दारा सिंह से हां बुलवा ही दिया। जब दारा सिंह ने हनुमान के किरदार के लिए हामी भर दी तो उसके बाद उन्होंने उस किरदार में ढलने के लिए जी-जान लगा दी थी।
रामायण के लिए छोड़ दिया था नॉनवेज खाना
दारा सिंह ने रेसलिंग में भी खूब नाम कमाया था। पहलवान होने की वजह से नॉनवेज उनके खाने का जरूरी हिस्सा होता था। लेकिन क्या आपको यह पता है कि जब रामानंद सागर ने रामायण में हनुमान का रोल ऑफर किया, तो दारा सिंह ने हमेशा के लिए नॉन वेज खाना छोड़ दिया था। जी हां, रोजाना कम से कम 2 लीटर दूध पीने वाले और आधा किलो मटन खाने वाले दारा सिंह ने हनुमान बनते ही नॉनवेज छोड़ दिया था। वह दिन-रात अपने किरदार के लिए अभ्यास किया करते थे।
सबसे दिलचस्प बात यह है कि “रामायण” में फर्राटेदार संस्कृत डायलॉग बोलने वाले इस अभिनेता की हिंदी काफी कमजोर थी। पंजाबी के अलावा अन्य किसी भाषा में डायलॉग बोलने में दारा सिंह को बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ता था। शायद ही कम लोगों को इस बात की जानकारी होगी कि रामायण में उनके ज्यादातर डायलॉग डब किए गए थे।
दारा सिंह के साथ काम करने से घबराती थीं अभिनेत्रियां
दारा सिंह ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 1952 में दिलीप कुमार और मधुबाला स्टारर फिल्म “संगदिल” से की थी। उन्होंने अपने पूरे करियर में कई सुपरहिट फिल्में दी थी। लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि जब दारा सिंह ने अपने करियर की शुरुआत की थी तो अभिनेत्रियां उनके साथ काम करने से घबराती थीं। जी हां, एक समय ऐसा था जब दारा सिंह की कद-काठी के चलते कोई भी अभिनेत्री उनके साथ काम नहीं करना चाहती थी। पर्दे पर एक्टर के सामने छोटी दिखने के डर से सभी टॉप अभिनेत्रियां उनका नाम सुनते ही फिल्म करने से मना कर देती थीं।