IIT नहीं कर पाई क्रैक, नहीं मानी हार, अब 416.45 बिलियन डॉलर की कंपनी में काम करती हैं रीति
दुनिया में हर इंसान अपने जीवन में सफल बनाना चाहता है परंतु सिर्फ चाहने से ही सफलता नहीं मिलती है। अगर आप अपने जीवन में एक कामयाब व्यक्ति बनना चाहते हैं, तो इसके लिए कड़ी मेहनत और संघर्ष की जरूरत होती है। मेहनत तो सभी करते हैं परंतु हर किसी को अपनी मंजिल मिल जाए ऐसा संभव नहीं हो सकता। कामयाबी के मार्ग में बहुत सी कठिनाइयां उत्पन्न होती हैं।
जो व्यक्ति हर कठिनाई को पार करते हुए लगातार कोशिश करता रहता है उसको एक ना एक दिन कामयाबी जरूर मिलती है। आज हम आपको रीति कुमारी की कहानी बताने जा रहे हैं, जिनकी कड़ी मेहनत के बाद भी आईआईटी में सीट पक्की नहीं हो पाई। लेकिन फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी। 13 इंटरव्यू क्रैक किए और वह एक सॉफ्टवेयर डेवलपर बन गई। वॉलमार्ट के लिए काम करती हैं।
मेधावी छात्रा थी रीति कुमारी
रीति कुमारी शुरुआत से ही पढ़ाई में अव्वल थीं, वह मेधावी छात्रा थीं। रीति कुमारी ने दसवीं क्लास में 9.6 सीजीपीए और कक्षा 12 में 91 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। इसके बावजूद भी रीति कुमारी को अपने मनपसंदा कॉलेज में दाखिला नहीं मिल पाया। कड़ी मेहनत के बावजूद भी वह प्रतिष्ठित आईआईटी में प्रवेश के लिए जेईई क्रैक नहीं कर पाईं। इसके बाद रीति कुमारी का एक साल खराब हो चुका था।
इसके बावजूद भी रीति कुमारी हार नहीं मानना चाहती थीं। ऐसे में उन्होंने अपने करियर में और आगे बढ़ने और बेहतर करने का फैसला लिया। रीति कुमारी अन्य करियर विकल्पों की तलाश करते हुए सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चुनना। अब रीति कुमारी को 13 कंपनियों से काफी अच्छे ऑफर मिले हैं और वॉलमार्ट के लिए काम करती है।
जब रीति कुमारी को आईआईटी में एडमिशन नहीं मिला था, उस वक्त को याद करते हुए उन्होंने एक ट्वीट किया था। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि यह वो वक्त था जब मुझे लगा कि मैं अब जिंदगी में कुछ और कर ही नहीं पाऊंगी। मैं अपने पिता को अब और पैसे खर्च करते हुए नहीं देखना चाहती थी। इसलिए एक सरकारी कॉलेज में ही एडमिशन ले ली।” वह कॉलेज के प्रथम वर्ष में थीं। वह तो बस आईआईटी क्रैक करना चाहती थी। इसके बाद उन्होंने GATE की तैयारी करने का मन बनाया। लेकिन बाद में विचार छोड़ दिया।
सॉफ्टवेयर डेवलपर बनने की कोशिश
रीति कुमारी एक बार लिंक्डइन पर ब्राउज़र कर रही थीं। जब उन्होंने देखा कि सॉफ्टवेयर डेवलपर्स की आवश्यकता थी। उन्होंने करियर विकल्प तलाशना शुरू कर दिया। इस पर अच्छे रिसर्च करने के बाद रीति कुमारी ने अपनी जर्नी जारी रखी। रितु कुमारी ने अपना पहला इंटरव्यू Accolite में दिया। पूरा इंटरव्यू ही DSA से और कोडिंग बेस्ड था। उन्होंने 12 और इंटरव्यू क्रैक किए।
अब वह वॉलमार्ट के लिए करती हैं काम
रीति कुमारी ने ट्विटर पर लिखा कि इस कहानी को शेयर करने के पीछे का मकसद यह है कि मैंने लोगों को हतोत्साहित, खोए हुए, भ्रमित और उदास होते देखा है। आइए इसे सामान्य करें, हम में से हर कोई इन परिस्थितियों से गुजरा है और एक बेहतर इंसान बनकर उभरा है। आईआईटी में सफल ना होने से कोई नुकसान नहीं हुआ, क्योंकि वह ऐसी जगह काम करती हैं जहां सिर्फ शीर्ष कॉलेजों के लोग काम करते हैं। रीति कुमारी वॉलमार्ट के लिए काम करती हैं। उनके एक्सपीरियंस शेयर करने के बाद उनकी पोस्ट पर कई ऐसे स्टूडेंट्स ने रिप्लाई किया जिनके 10वीं और 12वीं में नंबर तो अच्छे थे लेकिन आईआईटी में जगह बनाने में सफल ना हो सके।