आज है श्राद्ध का पहला दिन इस तरह से करें पूजा, मिट जायेगा जीवन से दुर्भाग्य का नामोंनिशान
आज बुधवार के दिन दिनांक 6.09.2017 को अश्विन कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा है। हिन्दू धर्मशास्त्रों के अनुसार आज एक दिन श्राद्ध मनाया जायेगा। हिन्दू धर्मशास्त्र स्कन्द पुराण के अनुसार पितृगण दूर से हुई पूजा से संतुष्ट होते हैं तथा गंध-रस तर्पण से तृप्त होते हैं। शास्त्रों में पितृगण का आहार मंत्रोच्चारण में दी हुई आहुतियों का द्रव्य होता है।
हमेशा के लिए दूर हो जायेगा दुर्भाग्य:
मुहूर्त के अनुसार आज प्रतिपदा दोपहर 12:30 से शुरू होकर कल गुरुवार के दिन तक 11:52 तक रहेगी। आज कुतुप दोपहर 11:54 से लेकर 12:44 तक है, रोहिणी दोपहर 12:44 से शुरू होकर दोपहर 1:33 मिनट तक और अपराह्न दोपहर 1:33 से शुरू होकर शाम के 4:03 तक है। ऐसा माना जाता है कि आज के दिन पूजा करने से इंसान के जीवन से दुर्भाग्य हमेशा के लिए दूर हो जाते हैं।
पूजन विधि:
पितृगण का ध्यान करते हुए घी का दीपक जलाएं। इसके बाद सुगन्धित धूप करके, मिश्री, तुलसी और गोलोचन चढ़ाएँ। पूड़ी और लौकी के हलवे का भोग लगायेंपितृ के निमित्त भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए भगवदगीता के पहले अध्याय का पाठ करें। उसके बाद विशिष्ट मंत्र का जाप करें। मन्त्रों का जाप कर लेने के बाद ब्राह्मणों के पाँव धोकर उकी सेवा करें। उन्हें पूड़ी, हलवे और सब्जी का भोजन करवायें। खाते समय उन्हें दक्षिणा देकर उनका आशीर्वाद भी लें। ऐसा करने से दुर्भाग्य से मुक्ति मिलेगी और जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होगी।
विशिष्ट मंत्र:
ॐ मुक्तानां परमगतये नमः॥
श्रेष्ठ श्राद्ध मुहूर्त:
दिन 12:44 से दिन 13:33 तक।
अभिजीत मुहूर्त:
आज के दिन कोई अभिजीत मुहूर्त नहीं है।
अमृत काल:
अगले दिन प्रातः 04:57 से लेकर प्रत 06:33 तक।
यात्रा मुहूर्त:
दिशाशूल – उत्तर। राहुकाल वास – नैऋत्य। अतः उत्तर व नैऋत्य दिशा की यात्रा टालें।
शुभ रंग:
पिस्ता।
शुभ दिशा:
पश्चिम।
शुभ समय:
शाम 19:00 से रात 20:25 तक।
शुभ मंत्र:
ॐ सत्यसन्धायै नमः॥
शुभ टिप्स:
जीवन में सौभाग्य प्राप्त करने के लिए आज के दिन किसी किन्नर को हरा कपड़ा दान करें।
जन्मदिन के लिए शुभ:
जीवन की परेशानियों के मुक्त होने के लिए आज के दिन तुलसी के पौधे कि उल्टी परिक्रमा लगाएं।
एनिवर्सरी के लिए शुभ:
दांपत्य जीवन में चल रहे विवादों को दूर करने के लिए पति-पत्नी मिलकर आज के दिन किसी गाय को हरी घास खिलाएं।