ट्रक ड्राइवर कैसे चल पड़ा भिंडरांवाला बनने की राह पर? देखें अजनाला हिंसा से भगोड़ा बनने तक का सफर
खलिस्तान समर्थक और कट्टरपंथी सिख उपदेशक अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) आखिर गिरफ्तार हो ही गया। पुलिस ने रविवार 23 अप्रैल को उसे मोगा जिले में नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले के पैतृक गांव से अरेस्ट किया। वह बीते एक महीने से पुलिस को भगा रहा था। वह लगातार अपना ठिकाना चेंज कर पुलिस को चकमा दे रहा था। 18 मार्च जब पुलिस उसे रेस्ट करने गई ठी तो वह भाग गया था। इस दौरान ‘वारिस पंजाब दे’ प्रमुख अमृतपाल हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पंजाब में छिपा।
अरेस्ट होने से पहले अमृतपाल सिंह ने एक वीडियो बनाकर कहा था कि वह कोई भगोड़ा नहीं है। इस दौरान उसने सिख संबंधित मुद्दों पर बात करने के लिए अकाल तख्त से “सरबत खालसा” मण्डली बुलाने की मांग की थी। बरहाल उसे गिरफ्तार कर पुलिस ने असम के डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया है। अमृतपाल का सपना दूसरा भिंडरावाला बनने का था। वह उसकी तरह तैयार होकर रहने भी लगा था। आज हम आपको अमृतपाल के हिंदुस्तान आने से उसके अरेस्ट होने तक के पूरे घटनाक्रम का ब्योरा देने जा रहे हैं।
अमृतपाल सिंह का सफर
29 सितंबर, 2021: संदीप सिंह सिद्धू उर्फ दीप सिद्धू ने ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन बनाया। इसका उद्देश्य “पंजाब के अधिकारों के लिए लड़ना और इसकी संस्कृति की रक्षा करना था।
16 फरवरी 2023: अमृतपाल सिंह और उसके साथी लवप्रीत सिंह उर्फ तूफान का नाम उछला। दोनों के विरुद्ध अपहरण, मारपीट और हत्या की कोशिश का केस दर्ज हुआ।
17 फरवरी, 2023: लवप्रीत सिंह उर्फ तूफान अजनाला पुलिस के हत्थे चढ़ा। उसकी गिरफ़्तारी हुई।
23 फरवरी, 2023: तूफान को छुड़ाने के लिए अमृतपाल और उसके समर्थकों ने अजनाला पुलिस स्टेशन पर हमला कर घेराबंदी की। दबाव में आकर पुलिस को तूफान को छोड़ना पड़ा।
24 फरवरी, 2023: न्यायिक हिरासत से तूफान रिहा हुआ। उसके खिलाफ पुलिस लोक सेवक को अपनी ड्यूटी से रोकने, गुप्त रूप से हत्या की कोशिश करने, हमला करने और आपराधिक बल का सहारा लेने के तहत केस दर्ज हुआ।
25 फरवरी, 2023: डीजीपी और वरिष्ठ अधिकारियों के बीच अमृतपाल और उसके सहयोगियों के विरुद्ध एक्शन लेने की संभावनाओं पर बात की। इस प्लानिंग पर सीएम से भी बात हुई।
2 मार्च, 2023: पंजाब सीएम भगवंत मान और डीजीपी पंजाब गौरव यादव नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिले। अमित शाह ने वारिस पंजाब दे चीफ और उसके सहयोगियों के खिलाफ एक्शन लेने की प्लानिंग को ग्रीन सिग्नल दिया। ग्रह मंत्री ने केंद्र की ओर से हर संभव सहायता की बात की। साथ ही केंद्रीय सशस्त्र बल भेजे।
17 मार्च, 2023: अमृतसर में जी-20 की बैठक के खत्म होते ही सीनियर पुलिस अफसर्स को अमृतपाल व उसके सहयोगियों के विरुद्ध राज्यव्यापी कार्रवाई का आदेश मिला।
18 मार्च, 2023: 8 से अधिक जिलों की पुलिस की टीम अमृतपाल के काफिले के पीछे पड़ गई। उन्होंने सबका अमृतपाल के पैतृक जिले अमृतसर से बठिंडा तक पीछा किया। जालंधर जिले के मेहतपुर में काफिला रोक लिया गया। इस दौरान अमृतपाल के सात सहयोगियों गिरफ्तार हुए। लेकिन अमृतपाल भाग निकला। इसी दिन पंजाब सरकार ने काफिले के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम लागू कर दिया। फिर काफिले के चार लोगों को असम के डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में एयरलिफ्ट कर दिया।
19 मार्च, 2023: अगले दिन पुलिस ने और तलाशी की और 34 लोगों को अरेस्ट किया।
20 मार्च, 2023: अमृतपाल के चाचा, हरजीत सिंह और उसके ड्राइवर द्वारा जालंधर के शाहकोट में सुबह आत्मसमर्पण किया गया। हरजीत पर एनएसए लगा और उसे असम के डिब्रूगढ़ जेल ले जाया गया।
28 मार्च, 2023: अमृतपाल को उसके फ्रेंड पप्पलप्रीत सिंह संग होशियारपुर जिले में दिखा। हालांकि वह पुलिस को चकमा दे भाग निकला।
10 अप्रैल, 2023: पप्पलप्रीत पंजाब पुलिस ने द्वारा अमृतसर जिले से अरेस्ट हुआ।
23 अप्रैल, 2023: अमृतपाल आखिर मोगा जिले के रोडे गांव से अरेस्ट हुआ। उस पर पहले से दर्ज एनएसए के तहत कार्रवाई हुई। उसे असम के डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल भेजा गया।