वह IAS जो पहले प्रयास में ले आया UPSC 1 रैंक, माँ ने कहा था, बेटा! कुछ भी हो जाए हिम्मत मत हारना
माँ ने कहा था, बेटा! चाहे कुछ भी हो जाए कभी हिम्मत मत हारना , छोटी उम्र में माँ का सपना पूरा कर कनिष्क कटारिया बने आईएएस
UPSC देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। इसे क्लियर करने में लोगों को कई साल निकल जाते हैं। इस एग्जाम को करोड़ों लोग देते हैं, लेकिन सिर्फ गिने चुने लोग चुने जाते हैं। आज हम आपको एक ऐसे आईएएस से मिलाने जा रहे हैं जिसने UPSC पहले प्रयास में ही क्लियर कर ली। इतना ही नहीं उसने इस एग्जाम में टॉप कर पहला स्थान भी हासिल किया। और तो और उसने ये सब विदेश की अच्छी सैलरी वाली जॉब छोड़कर किया।
बचपन से थे होशियार
इनसे मिलिए, ये हैं आईएएस कनिष्क कटारिया (IAS Kanishak Kataria)। इनका जन्म 26 सितंबर 1992 जयपुर राजस्थान में हुआ था। इनके पिता सांवर मल वर्मा (कटारिया) एक आईएएस हैं। मां हाउसवाइफ है। बहन तन्मया कटारिया एक मेडिकल स्टूडेंट हैं। कनिष्क बचपन से ही पढ़ने में होशियार रहे। उन्होंने 10वीं में 94% और 12वीं में 96% हासिल किए थे। वह कोटा के St. Paul’s Senior Secondary School में पढ़ते थे।
इसके बाद उन्होंने IIT JEE (2010) का एग्जाम दिया जिसमें उनकी 44th रैंक आई। उन्हें इंडिया का सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेज Indian Institute of Technology, IIT Bombay मिला। यहां ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद उनकी साउथ कोरिया में सैमसंग जैसी बड़ी कंपनी में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर जॉब लग गई। कुछ साल बाद वे भारत आकर बेंगलुरू स्थित एक अमेरिका स्टार्ट अप कंपनी में काम करने लगे।
विदेश की नौकरी छोड़ की UPSC की तैयारी
कनिष्क अपनी जॉब से अच्छी खासी सैलरी ले रहे थे। उनकी लाइफ सेट थी। लेकिन फिर भी उन्होंने 2017 में अपनी जॉब छोड़ UPSC की तैयारी करने का मन बनाया। यह निर्णय उनका खुद का था। परिवार में किसी ने फोर्स नहीं किया। दरअसल विदेश में जॉब करते हुए उन्हें एहसास हुआ कि वह पैसा तो अच्छा खासा कमा रहे हैं, लेकिन देश के लिए कुछ नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए वह दिल्ली जाकर UPSC की तैयारी करने लगे।
कनिष्क ने दिल्ली में करीब 7-8 महीने कोचिंग की। फिर वह वापस घर आकर सेल्फ स्टडी करने लगे। इसके बाद उन्होंने 2019 में यूपीएससी एग्जाम दिया। और एक ऐसा कारनामा कर दिखाया जिसका सपना हर कोई देखता है। वह UPSC में पहले ही प्रयास में पहला स्थान ले आए। UPSC AIR 1 रैंक आने पर वह खुद हैरान रह गए। उन्हें पहले स्थान की उम्मीद नहीं थी। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने मां-बाप, बहन और यहां तक कि गर्लफ्रेंड सोनल चौहान (सॉफ्टवेयर डेवलपर) को भी दिया।
इस रणनीति से लाए UPSC AIR 1 रैंक
कनिष्क के UPSC CSE में 55.35% मार्क्स आए। उन्होंने 2025 मार्क्स में से 1121 मार्क्स हासिल किए। इसमें 942 मार्क्स लिखित परीक्षा के थे जबकि 179 मार्क्स इंटरव्यू के थे। इसके बाद वह 2019 की बैच के आईएएस बन गए। वर्तमान में उनकी पोस्टिंग राजस्थान के कोटा के रामगंज मंडी में बतौर SDO है। वह करोड़ों युवाओं की प्रेरणा है। ऐसे में हम आपको UPSC के दौरान उनकी पढ़ाई की रणनीति बताने जा रहे हैं।
आईएएस कनिष्क कटारिया ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनकी सफलता का सबसे बड़ा राज पढ़ाई के दौरान सोशल मीडिया से दूरी बनाना रहा। उन्होंने स्टडी के दौरान सोशल मीडिया पूरी तरह से बंद कर दिया। वह रोज 8 से 10 घंटे पढ़ाई करते थे। वहीं परीक्षा के दो महीने पहले से उन्होंने डेली 15 घंटे स्टडी करना शुरू कर दिया था। वह पिता को अपना रोल मॉडल मानते हैं। उन्हें पढ़ाई के अलावा टेनसी, फुटबॉल और क्रिकेट जैसे स्पोर्ट्स पसंद है।