“मरना नहीं चाहता, मुझे बचा लो” आखिरी पलों में ऐसा था सतीश कौशिक का हाल, मैनेजर ने किया खुलासा
दिग्गज कलाकार सतीश कौशिक के निधन ने हिंदी सिनेमा को हिलाकर रख दिया है। सबको हंसाने वाले सतीश कौशिक हमेशा के लिए खामोश हो गए हैं। अचानक ही सतीश कौशिक के निधन से परिवार-फैंस सभी सदमे में है। उनकी मौत से बॉलीवुड को गहरा झटका लगा है। सतीश कौशिक का 66 साल की उम्र में दुनिया को इस तरह से छोड़कर चले जाना हर किसी को खल रहा है।
किसी ने सपना सपने में भी नहीं सोचा होगा कि हंसता-मुस्कुराता चेहरा हम सभी को छोड़कर यूं चला जाएगा। मगर होनी को कौन टाल सकता है। आपको बता दें कि सतीश कौशिक का पोस्टमॉर्टम हो गया है। ऐसा बताया जा रहा है कि उनकी मृत्यु दिल का दौरा पड़ने की वजह से हुई है। फिलहाल पुलिस अभी इनके ब्लड सैंपल की रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता और निर्देशक सतीश कौशिक की मौत के मामले की जांच जारी है। इसी बीच सतीश कौशिक के अंतिम समय में उनके मैनेजर संतोष राय साथ में ही थे, जिन्होंने कई हैरान कर देने वाले खुलासे किए हैं। ईटाइम्स से खास बातचीत ने संतोष राय से कई सवालों के जवाब दिए। उन्होंने बताया कि सतीश कौशिक को रात में खाने के बाद ना तो कोई दिक्कत महसूस हुई और ना ही उन्हें एसिडिटी की शिकायत हुई।
क्या हुआ था उस रात?
आपको बता दें कि सतीश कौशिक की मृत्यु 8 मार्च की रात 2:30 बजे हुई थी। उन्हें दिल का दौरा पड़ा था और वह इस दुनिया को अलविदा कह कर चले गए। इस बात की जानकारी सतीश कौशिक के जिगरी दोस्त और बॉलीवुड एक्टर अनुपम खेर ने दी थी। परंतु यह पता नहीं चल पाया था कि आखिर उस रात और उनके आखिरी पलों में क्या-क्या हुआ था। वहीं सतीश कौशिक की जिस दिन मौत हुई थी, उस दिन उनके साथ उनके मैनेजर संतोष राय मौजूद थे। संतोष राय ने अब ईटाइम्स को दिए इंटरव्यू में उस रात की एक-एक पल की जानकारी दी है।
जब संतोष राय से पूछा गया कि क्या आप 8 मार्च को दिल्ली में सतीश जी के साथ थे? तो उन्होंने यह बताया कि हां मैं उनके साथ ही था। वहीं जब संतोष राय से यह पूछा गया कि आखिर उस रात क्या क्या हुआ था? तो इस पर एक्टर के मैनेजर ने बताया कि सतीश कौशिक ने रात 8:30 बजे अपना डिनर किया था। अगली सुबह 9 मार्च को हमें मुंबई लौटना था। उन्होंने मुझसे कहा था जल्दी सो जाते हैं। सुबह फ्लाइट लेनी है। इसके बाद में बराबर वाले रूम में सोने चला गया था।
फिर मैनेजर ने आगे यह बताया कि रात के करीब 11:00 बजे उन्होंने मुझे फोन करके अपने रूम में में बुलाया और कहा संतोष मुझे वाईफाई का पासवर्ड सेट करना है क्योंकि मैं एडिटिंग के लिए “कागज 2” देखना चाहता हूं। उसके बाद उन्होंने 11:30 बजे तक फिल्म देखी और मैं अपने रूम में आ गया। मैनेजर ने आगे बताया कि सतीश जी ने मुझे 12:05 पर फिर कॉल किया और जोर-जोर से मेरा नाम पुकारने लगे। मैं भागता हुआ गया और उनसे पूछा क्या हुआ सर? उन्होंने कहा कि मुझे सांस लेने में दिक्कत हो रही है। उन्होंने मुझसे उन्हें डॉक्टर के पास ले जाने के लिए कहा।
कार में क्या हुआ था?
जब सतीश कौशिक की तबीयत बिगड़ी तो इसके फौरन बाद ही संतोष राय और सतीश कौशिक कार में बैठ गए। जब मैनेजर से यह पूछा गया कि क्या कार में सिर्फ दो ही लोग थे? तो इस पर उन्होंने कहा कि उनके बॉडीगार्ड और उनका ड्राइवर भी हमारे साथ थे। उनके पास एक ड्राइवर 24 घंटे उपलब्ध रहता है। मैं तो उसके साथ पिछले 34 साल से था। मैनेजर ने आगे बताया कि जैसे ही हम कार में बैठे और थोड़ा आगे ही बढ़े तभी उनके सीने में तेज दर्द होने लगा। उन्होंने कहा जल्दी चलो अस्पताल। इसके बाद उन्होंने अपना सिर मेरे कंधे पर रख लिया और कहा- “संतोष मैं मरना नहीं चाहता, मुझे बचा लो।”
मैनेजर संतोष ने यह बताया कि हम 8 मिनट में अस्पताल (फोर्टिस अस्पताल) पहुंच गए क्योंकि शायद होली की वजह से सड़क खाली थी। लेकिन जब तक हम गेट के अंदर पहुंचे वह भी होश हो चुके थे लेकिन इसके पहले उन्होंने मुझे पकड़कर कहा था “मुझे वंशिका के लिए जीना है। मुझे लगता है मैं नहीं बचूंगा। शशि और वंशिका का ख्याल रखना। लेकिन मैनेजर और ड्राइवर सतीश कौशिक को जब फोर्टिस हॉस्पिटल लेकर पहुंचे तो वह होश में नहीं थे। मैनेजर ने बताया कि सतीश कौशिक ने हॉस्पिटल जाते समय रास्ते में ही रिस्पॉन्ड करना बंद कर दिया था।
मैनेजर संतोष ने बताया कि उन्होंने सतीश कौशिक को हिलाया भी लेकिन वह नहीं बोले। तब मैनेजर संतोष को नहीं लगा कि वह हमें छोड़ कर चले गए क्योंकि कई बार कार में वह मेरे कंधे पर सिर रखकर सो जाते थे। डॉक्टरों की एक बड़ी टीम उनको देख रही थी लेकिन कुछ देर बाद जब वह बाहर आए तो उन्होंने हमें बताया कि सतीश जी रिस्पॉन्ड नहीं कर रहे हैं। मैनेजर ने कहा कि उस समय 12:40 AM हो रहे थे। मैंने सतीश जी की बहन के बच्चों को कॉल करके बुलाया, जो दिल्ली में ही रहते हैं। फिर उनकी पत्नी को कॉल किया। हालांकि, संतोष ने सतीश की पत्नी को उनके निधन की खबर नहीं दी थी। मैनेजर ने एक्टर की पत्नी से कहा था कि वह सीरियस कंडीशन में हैं।
किसे-किसे किया कॉल
मैनेजर ने बताया कि उन्होंने सतीश जी के भाइयों और बच्चों को मुंबई कॉल लगाया। 2:30 बजे तक उनकी फैमिली सतीश जी के घर पहुंच गई। उन्होंने सतीश जी की पत्नी को भी जानकारी दी। इसके साथ ही मैनेजर संतोष ने अनुपम खेर को भी कॉल किया। सतीश जी मुझसे कहते थे अगर कुछ होता है या कुछ भी चाहिए तो मैं सबसे पहले अनुपम जी और अनिल जी को फोन करूँ। अनुपम जी ने मेरा फोन नहीं उठाया। जाहिर है कि वह गहरी नींद में सो रहे होंगे। तो मैंने उनके काम करने वाले को बताया और कहा कि वह अनुपम जी को बता दे। फिर अनुपम जी ने मुझे फोन कॉल बैक कर दिया। अनुपम जी और बोनी कपूर जी सतीश जी के आवास पर पहुंचे और अगले दिन तक वहीं रहे।
होली मनाने दिल्ली पहुंचे थे सतीश कौशिक
आपको बता दें कि सतीश कौशिक को अस्थमा और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या थी। उन्हें डायबिटीज भी थी। एक्टर की मौत के का कारण कार्डियक अरेस्ट बताया जा रहा है। पुलिस भी एक्टर के निधन की जांच में जुटी हुई है। आपको बता दें कि सतीश कौशिक अपने दोस्तों के साथ दिल्ली में होली मनाने पहुंचे थे। वह पिछले 15 दिनों से ट्रेवल कर रहे थे। इसी वजह से वह जिम नहीं जा पा रहे थे और यहां तक कि अच्छे से सो भी नहीं पा रहे थे।
सतीश कौशिक के परिवार में यह दूसरी भयानक त्रासदी है। सतीश कौशिक और उनकी पत्नी शशि कौशिक ने अपने बेटे शानू को खो दिया था, तब उसकी उम्र 5 या 6 साल की ही थी। काफी लंबे समय बाद बेटी वंशिका के जन्म से फिर उनके जीवन में खुशियां लौटी। सतीश कौशिक अपनी लाडली बेटी वंशिका से बेपनाह प्यार करते थे।
शानू को क्या हुआ था?
जब मैनेजर से यह पूछा गया कि शानू को क्या हुआ था? तो उन्होंने बताया कि उनको लगता है कि उसने थोड़ा जल्दी पानी पिया और वह उसके सांस की नली में चला गया। उसका दम घुट गया। शानू के बहुत साल बाद वंशिका पैदा हुई। वंशिका हर घंटे अपने पिता सतीश जी को वीडियो कॉल करती थी। मैनेजर ने बताया कि सतीश और उनकी बेटी एक दूसरे के काफी करीब थे। पिता की मौत की खबर सुनकर वंशिका बहुत रोई। लेकिन अब वह बिल्कुल शांत हो गई है। कुछ भी बोल नहीं रही है। वहीं सतीश जी की पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है।