लोगों को नदी में बहता देख पसीजा इस शख्स का दिल, अपने पैसे से बनवा दिया पुल, बेचे पत्नी के गहने
देश में कहीं भी जब सरकार या प्रशासन अपना काम नहीं करते है तो कई स्थानों पर लोग खुद काम की बागडोर अपने हाथ में ले लेते हैं। चुनाव के दौरान नेता मैदान पर उतरते है और फिर पांच साल तक गायब हो जाते है। इसके बाद वे दोबारा मैदान में चुनाव के समय ही नजर आते हैं।
अपने गांव, कस्बे, शहर के लोगों की हर समस्या का समाधान करने की जिम्मेदारी वहां के प्रतिनिधि की होती है। क्योंकि लोग अपना अमूल्य वोट देकर उनका चयन करते हैं। नेता लोग भी चुनाव के समय बड़े-बड़े दावे और वादे करते हैं हालांकि चुनाव जीतने के बाद सब हवा-हवा। ऐसे में जनता के बीच से ही कोई फरिश्ता निकलकर आता है और वो लोगों की परेशानी को समझकर कुछ ऐसा कर जाता है जो कि एक मिसाल बन जाती है।
फिलहाल हम आपसे बात कर रहे है ओडिशा के एक शख्स की। यहां एक शख्स ने अपनी पत्नी के गहने बेच दिए और उन पैसों से पुल बनवा दिया। एक शख्स ने लोगों के लिए बड़ी मिसाल पेश कर दी। इस तारीफ़ योग्य शख्स का नाम रंजीत नायक है। रंजीत ट्रक ड्राइवर है। मामला ओड़िशा के रायगड़ा ज़िले के काशीपुर ब्लॉक के गुंजरमपंजारा गांव का है।
काशीपुर ब्लॉक का गुंजरमपंजारा गांव पुल न होने की कमी से जूझ रहा था। रंजीत नायक ने लोगों की परेशानी को बखूबी समझा और पुल बनाने की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली। इसके लिए रंजीत ने पत्नी के गहने गिरवी रख दिए। जो पैसे प्राप्त हुए उससे गांव वालों के लिए पुल बनवा दिया। लोगों को पहले आने-जाने में बहुत समस्या होती थी लेकिन अब रंजीत के एहसान के कारण सब बड़े आराम से नदी पार कर जाते है।
गुंजरमपंजारा गांव लगभग 100 परिवारों का गांव है। यहां बिछला नाम की नदी है। यहां लंबे समय से लोग पुल की समस्या से जूझ रहे थे। नेताओं ने वादे किए लेकिन वादा निभाया नहीं। अक्सर लोग नदी पार करने के दौरान घायल हो जाते थे। कई लोगों की गाड़ियां भी बह जाती थी। लोग जान जोखिम में डालकर पुल पार करते थे
रंजीत एक गरीब परिवार से संबंध रखते है हालांकि फिर भी उन्होंने पुल बनाने की ठान ली। पत्नी के गहने गिरवी रख दिए। पैसे के अभाव में उन्होंने लकड़ी का अस्थायी पुल बनाने का बंदोबस्त किया। 70 हजार रुपये में उन्होंने बांस, लकड़ी आदि की मदद से पुल तैयार कर दिया। इस काम में उनका साथ उनके पिता कैलाश नायक ने भी दिया। हैरानी की बात यह है कि लकड़ी और बांस के इस पुल पर बाइक भी आसानी से आ जा सकती है।