दिल्ली MCD चुनाव : अपने ही इलाके में BJP को जीता नहीं सके आदेश गुप्ता, नड्डा को सौंपा इस्तीफा
हाल ही में गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आए। गुजरात में भारतीय जनता पार्टी ने रिकॉर्ड जीत हासिल की है। वहीं हिमचाल प्रदेश में कांग्रेस ने सरकार बना ली है। इन राज्यों में अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी भी मैदान में थी लेकिन गुजरात में उसे सिर्फ पांच सीटें मिली और हिमाचल में तो उसका खाता भी नहीं खुला।
हालांकि आम आदमी पार्टी को दिल्ली नगर निगम चुनाव में शानदार जीत हासिल हुई है। यहां भाजपा से काफी आगे निकलते हुए आप ने शानदार जीत हासिल की। दिल्ली नगर निगम में अब आम आदमी पार्टी का राज होगा। दिल्ली नगर निगम चुनाव के नतीजे भी हाल ही में सामने आए है। इसमें आप को जीत मिली और भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है।
दिल्ली नगर निगम चुनाव में हार के बाद दिल्ली के भारतीय जनता पार्टी के आदेश गुप्ता ने बड़ा कदम उठाते हुए अपने पद से त्याग पत्र दे दिया। आदेश गुप्ता द्वारा पद छोड़ने के बाद फिलहाल भाजपा ने वीरेंद्र सचदेवा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है। जब तक नए अध्यक्ष का चयन नहीं होगा तब तक वीरेंद्र सचदेवा अध्यक्ष पद का कामकाज देखेंगे। गौरतलब है कि दिल्ली में जिस क्षेत्र में आदेश गुप्ता रहते हैं वे भाजपा को वहां से भी जीत नहीं दिला सके।
BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा को सौंपा इस्तीफा
आदेश गुप्ता ने अपना इस्तीफा भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को सौंप दिया है। वहीं खबरें यह भी आई है कि नड्डा द्वारा गुप्ता का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है।
आप को 134 , BJP को मिली 104 सीटें
दिल्ली नगर निगम में कुल 250 वार्ड है। इनमें से दिल्ली की सत्ताधारी पार्टी आम आदमी पार्टी ने 134 सीटें जीतकर बहुमत हासिल कर लिया। दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी भी 100 से अधिक सीटें जीतने में सफल रही हालांकि वो आप से काफी पीछे रह गई। दिल्ली नगर निगम चुनाव में भाजपा के खाते में 104 सीटें आई। जबकि कांग्रेस के हिस्से में नौ और अन्य के हिस्से में तीन सीटें आई।
सांसद भी डालते हैं दिल्ली नगर निगम चुनाव में वोट
बता दें कि दिल्ली नगर निगम चुनाव में सांसद भी वोट डालते हैं। दिल्ली में 7 लोकसभा सांसद दौर तीन राजय राज्यसभा सांसद है। इन सभी के वोट भी इस चुनाव में डलते है। इस वजह से 250 वार्ड की जगह आंकड़ा 260 हो जाता है और बहुमत का आंकड़ा 131 हो जाता है। जबकि आप ने बहुमत से तीन सीट अधिक हासिल की है।