400 मासूम बच्चों की जान बचाने के लिए 10 किलो वजनी जिंदा बम लेकर दौड़ पड़ा पुलिस का जवान
कानून और लोगों की रखवाली के लिए पुलिस के जवान अक्सर जान की बाजी लगा कर अपना फर्ज निभाते हैं .. मध्यप्रदेश पुलिस के एक जवान ने अपने जान पर खेल कुछ इस तरह ही अपने फर्ज को अंज़ाम दिया है और खाकी के साथ साथ इंसानियत की भी मान रख ली है। इस जांबाज ने 400 मासूम बच्चों की जान बचाने के लिए 15 किलो वजनी बम को उठाकर 1 किलोमीटर तक दौड़ लगा दी। दरअसल मध्य प्रदेश के चितौरा गांव में शुक्रवार को एक स्कूल के पास बम की सूचना पर पहुंची डायल 100 की टीम को सचमुच ही वहां एक जिंदा बम मिल गया.. यह आबादी वाले इलाके में फट न जाए इस आशंका में हवलदार अभिषेक पटेल बम ने बम को कंधे पर रखकर दौड़ लगा दी औऱ बम को आबादी से दूर गांव के बाहर ले गया।
ये है मामला
घटना भोपाल के चितौरा गांव के एक सरकारी स्कूल की है, यहां पर कुछ लोगों ने तोप के गोले जैसा बम देखा। जिसके बाद पुलिस को सुचना दी गई.. सूचना मिलते ही पुलिस 10 मिनट बाद ही मौके पर पहुंच गई और स्कूल को खाली कराया। बच्चों और लोगों की जान बचाने के लिए हेड कांस्टेबल अभिषेक पटेल को एक तरीका सूझा और वह था कि बम को रिहायशी इलाके से उठाकर कहीं दूर-दराज में जाकर फेंका जाए। इसके बाद उन्होंने बम उठाया और भागना शुरू कर दिया और बम की दूर जाकर फेंक दिया। वह अपने हाथों में करीब 10 किलो का बम उठाकर 1 किमी. दूर लेकर भागे और इसके बाद बम को फेंक दिया।
खुद की नही बच्चों की जान की थी परवाह
अभिषेक ने बताया कि मेरा लक्ष्य सभी बच्चों को सुरक्षित करना था, बम ले जाते समय थोड़ा डर भी लगा लेकिन फिर भी मन में एक खुशी थी कि अगर मुझे कुछ होता है तो मैं इतने लोगों की जान बचा लूंगा। उन्होंने कहा कि इसलिए मैं बस बम को रिहायशी इलाके से लेकर दूर भागता रहा और मुझे इसमें कामयाबी मिली।बम को पकड़कर भागते हुए जवान का वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
मध्य प्रदेश में 400 बच्चों की जान बचाने वाले पुलिस के जांबाज हेड कांस्टेबल की बहादुरी को आज पूरा देश सलाम कर रहा है।