150 दिन में 3570 KM पैदल चलेंगे राहुल गांधी, खाने का नहीं होगा इंतजाम, कंटेनर में करेंगे आराम
कन्याकुमारी : लगातार टूटती, बिखरती और हारती हुई कांग्रेस पार्टी का भविष्य संवारने के लिए राहुल गांधी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ निकल पड़े है. 150 दिनों तक यानी कि पांच माह तक कांग्रेस के कई दिग्गज पार्टी के लिए अपनी पूरी जान झोंक देंगे. इनमें राहुल गांधी भी शामिल है.
बता दें कि कांग्रेस ने बुधवार, 7 सितंबर को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की शुरुआत की है. इसका नेतृत्व कर रहे हैं केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी. बुधवार को तमिलनाडु की कन्याकुमारी से कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की शुरुआत हुई. पांच माह में यह यात्रा 3,570 किलोमीटर लंबी दूरी तय करेगी. इस दौरान ‘भारत जोड़ो यात्रा’ देश के 12 राज्यों से गुजरेगी.
कांग्रेस ने बताया कि राहुल गांधी और पार्टी के अन्य नेता यह यात्रा आर्थिक विषमताओं, सामाजिक ध्रुवीकरण, राजनीतिक केंद्रीकरण की समस्याओं और विचारधाराओं की लड़ाई के रूप में कर रहे हैं. वैसे इस साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी के रुप में भी देखा जा रहा है.
दो चरणों में चलेगी यात्रा…
150 दिनों और 3500 से ज्यादा किलोमीटर की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ हर दिन दो चरणों में चलेगी. आपको यह बता दें कि यह एक पदयात्रा है. इसमें कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता सुबह 7-10:30 बजे तक पद यात्रा करेंगे. इसके बाद दूसरे चरण में दोपहर 3:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक पद यात्रा होगी. औसतन हर दिन पद यात्रा 22 किलोमीटर होगी.
कंटेनर में सोएंगे राहुल गांधी…
150 दिनों की पद यात्रा के दौरान राहुल गांधी के पास सुख सुविधा की कोई चीज नहीं होगी. वे इस दौरान एक आम व्यक्ति की तरह रहेंगे. रात में सोने के लिए कोई उत्तम व्यवस्था नहीं होगी. जानकारी मिली है कि राहुल हर दिन कंटेंनर में ही विश्राम करेंगे. बता दें कि सुरक्षा की दृष्टि से 60 कंटेनर तैयार किए गए है. इनमें कुछ सुविधाएं भी मिलेगी.
खाने-पीने की भी उत्तम व्यवस्था नहीं…
वहीं राहुल गांधी इस दौरान खाना पीना अभी एक आम व्यक्ति की तरह ही करेंगे. बताया जा रहा है कि राहुल पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ टेंट में बैठकर खाना पीना करेंगे. राहुल ने बताया कि वह इस पूरी यात्रा को चकाचौंध और ग्लैमर से दूर एक सरल तरीके से सफल बनाना चाहते हैं.
बुधवार को राहुल गांधी श्रीपेरुमबुदुर में थे. यहां उन्होंने अपने पिता राजीव गांधी को ‘राजीव गांधी मेमोरियल’ पहुंचकर श्रद्धांजलि दी. इस दौरान राहुल ने कहा कि, ”नफरत और बंटवारे की राजनीति में मैंने अपने पिता को खो दिया. मैं अपने प्यारे देश को इसमें नहीं खोऊंगा. प्यार नफरत को जीत लेगा. आशा डर को हरा देगी. हम सब मिलकर मात देंगे”.