4 करोड़ की ज्वेलरी लूटने वालों के पास चाय पीने के भी नहीं थे पैसे, पेटीएम की वजह से पकड़ाए गए
नई दिल्ली : दिल्ली में हाल ही में कुछ चोरों ने चार करोड़ रुपये की ज्वेलरी लूटी थी हालांकि उनका पर्दाफ़ाश हो चुका है. चोर चाहे कितने ही शातिर और तेज दिमाग क्यों न हो हालांकि पुलिस उन तक किसी ने किसी तरह से पहुंच ही जाती है. दिल्ली में करोड़ों रूपये की ज्वेलरी लूटने वालों के साथ भी ऐसा ही हुआ है.
इन लूटेरों ने एक छोटी सी गलती कर दी और कानून के लंबे-लंबे हाथ उनकी गर्दन तक पहुंच गए. कोई भी वारदात होती है तो पुलिस के हाथ कोई न कोई सुराग जरूर लगता है. ज्वेलरी लूटने वालों ने भी सुराग छोड़ दिया. जिसकी वजह से पुलिस ने उन पर शिकंजा कस दिया.
बता दें कि यह मामला बुधवार, 31 अगस्त का है. 31 अगस्त को सुबह लगभग साढ़े चार बजे दिल्ली के पहाड़गंज इलाके में लूटेरों ने दो कुरियर कंपनी के कर्मचारियों से करीब 4 करोड़ रुपये की ज्वेलरी लूट ली थी और लूट के बाद वे फरार हो गए. बताया जा रहा है कि इस बड़ी लूट को अंजाम देने के लिए आरोपी कई दिनों से रेकी कर रहे थे.
मामला पुलिस तक पहुंचा तो पुलिस ने इस मामले में अच्छे से जांच पड़ताल की. पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए सीसीटीवी फुटेज का सहारा भी लिया. घटनास्थल के आस-पास करीब 200 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले. पुलिस ने घटना से एक सप्ताह पहले तक के सीसीटीवी फुटेज देखें.
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में पाया कि आरोपी एक सप्ताह से इस जगह की रेकी कर रहे थे. उन्होंने सही मौका पाकर घटना को अंजाम दे दिया. हालांकि बहुत जल्द ही पुलिस ने उनका पर्दाफाश कर दिया. अब आरोपी सलाखों के पीछे है. वो भी अपनी एक गलती के कारण.
पुलिस ने कैब ड्राइवर से किया संपर्क, मिला अहम सुराग…
सीसीटीवी फुटेज को पुलिस ने बड़ी ही बारीकी से देखा. इस दौरान पुलिस ने पाया कि आरोपी पहाड़गंज क्षेत्र में एक कैब ड्राइवर से बातचीत कर रहे हैं. पुलिस ने कैब का नंबर नोट किया और फिर कैब चालक से संपर्क किया. चालक ने पुलिस को बताया कि कुछ लोग चाय पी रहे थे. दुकान वाले के पास ऑनलाइन पैसे लेन-देन की सुविधा नहीं थी और उनके पास नकद नहीं थे. इसके बाद लुटेरों कैब चालक से नकद 40 रुपये लेकर उसे उसके पैसे पेटीएम के माध्यम से दे दिए.
पेटीएम करने से फंसा पेंच, राजस्थान से पकड़े आरोपी…
पेटीएम ट्रांजेक्शन के माध्यम से पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई. पेटीएम करने वाले शख्स के बारे में खबर लगी कि वो दिल्ली का है लेकिन लोकेशन जयपुर की बताई जा रही थी. पुलिस की टीम जयपुर गई. जहां से पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों के पास से अभी पुलिस ने सिर्फ दो करोड़ रुपये के गहने बरामद किए है. मामले में पुलिस की जांच और पूछताछ जारी है.