मुकेश अम्बानी को खुद के खर्चे पर मिली है Z+ सिक्योरिटी, जानिये कितना देना होता है चार्ज
रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी न केवल भारत और एशिया बल्कि दुनिया के शीर्ष अमीर लोगों में गिने जाते हैं. बेशुमार संपत्ति के मालिक मुकेश अंबानी फिलहाल अपनी जेड+ सुरक्षा को लेकर सुर्ख़ियों में है. मुकेश अंबानी को साल 2013 में आंतकी संगठन हिज़बुल मुजाहिद्दीन ने धमकी दी थी तब मुकेश अंबानी तत्कालीन UPA सरकार ने जेड+ सुरक्षा उपलब्ध करवाई थी.
मुकेश अंबानी की जेड+ सुरक्षा के खिलाफ बीते शुक्रवार को विकास साहा नाम के एक व्यक्ति ने त्रिपुरा हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी. वहीं अब इस याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है. बता दें कि सर्वोच्च न्यायलय के चीफ जस्टिस एनवी रमना, जस्टिस कृष्ण मुरारी और हिमा कोहली की बेंच ने यह याचिका ठुकरा दी है.
दरअसल विकास साहा नाम के शख्स ने जनहित याचिका दायर करते हुए मुकेश अंबानी की जेड+ सुरक्षा वापस लेने की मांग की थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने शख्स की याचिका ही खारिज कर दी है और सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को अंबानी की सुरक्षा जारी रखने का आदेश दिया है.
कोर्ट को यह भी बताया गया था कि मुकेश अंबानी के परिवार की सुरक्षा पर आने वाले खर्च को खुद मुकेश अंबानी ही वहन करते हैं. इसके बाद कोर्ट ने अंबानी और उनके परिवार की सुरक्षा जारी रखने के लिए कहा.
हर माह अंबानी परिवार की सुरक्षा पर खर्च होते है 15 से 20 लाख रुपये…
वैसे बात अंबानी और अंबानी परिवार की जेड+ सिक्योरिटी की हो रही है तो आपको इस पर प्रतिमाह होने वाले खर्च के बारे में भी जानकारी दे देते हैं. प्राप्त मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ अंबानी की जेड+ सुरक्षा का हर माह का खर्च 15 से 20 लाख रुपये आता है. ख़ास बात यह है कि इस खर्च को खुद मुकेश अंबानी उठाते है. लेकिन अधिकांश मामलों में यह खर्च केंद्र सरकार वहन करती है. वैसे आपको बता दें कि अंबानी देश के उन कुछ गिने चुने लोगों में शुमार है जिन्हें जेड+ सुरक्षा मुहैया करवाई गई है.
जानकारी के मुताबिक जब अंबानी अपने गृह राज्य यानी कि महाराष्ट्र में होते है तो पूरी सिक्योरिटी उनके साथ मौजदूर रहती है वहीं जब वे महाराष्ट्र से बाहर किसी अन्य राज्य में जाते है तो इस दौरान उनके पास कुछ सुरक्षाकर्मी ही रहते है. जबकि बाकी की सुरक्षा का इंतजाम उस राज्य की सरकार करती है.
वैसे आपके लिए यह भी जानना जरूरी है कि Z प्लस सिक्योरिटी होने के बावजूद अंबानी ने अपने लिए NSG के रिटायर्ड कर्मचारी और सेना और पैरामिलिट्री के रिटायर्ड जवान भी सुरक्षा हेतु रखे है.