41 की उम्र में मां बनने के लिए दर्दनाक प्रक्रिया से गुजर रही ये एक्ट्रेस, पति ने सुनाया दुखड़ा
भोजपुरी फिल्मों की दुनिया में संभावना सेठ (Sambhavna Seth) एक बड़ा नाम है। वे बॉलीवुड और टेलीविजन में भी अपने अभिनय का जलवा दिखा चुकी हैं। संभावना ने अपनी लाइफ में पैसा और फेम दोनों बहुत कमाया। लेकिन अफसोस की वह माँ बनने के सुख से वंचित रह गईं। 41 साल की संभावना ने साल 2016 में लेखक अविनाश दुबे (Avinash Dubey) से शादी की थी। इन दिनों संभावना माँ बनने की तमाम कोशिशें कर रही है, लेकिन किस्मत उनका साथ नहीं दे रही हैं।
मां बनने का सुख नहीं ले पा रही संभावना सेठ
संभावना सेठ के 33 साल के पति अविनाश दुबे बताते हैं कि “संभावना अभी प्रेग्नेंट होने की कई चुनौतियों का सामना कर रही है। हमने जब शादी की थी तो फैमिली ने बच्चा पैदा करने का दबाव बनाया था। लेकिन तब हम रेडी नहीं थे। हमे लगा जब हमारी दिल से माँ बाप बनने की इच्छा होगी तभी हम बच्चे की प्लानिंग करेंगे। लेकिन जब हम बच्चे के लिए रेडी हुए तो संभावना को अब गर्भाधारण करने में बड़ी दिक्कत आ रही है।”
अविनाश दुबे ने आगे कहा “जब संभावना को प्रेग्नेंट होने में समस्या हुई तो हमने आईवीएफ (IVF) तकनीक का सहारा लिया। लेकिन ये प्रक्रिया बहुत दर्दनाक है। विशेषकर तब जब यह फेल हो जाए। ऐसी स्थिति में बहुत दर्द झेलना पड़ता है। संभावना ने कई बार इस प्रक्रिया से माँ बनने की कोशिश की। लेकिन हर बार वह विफल रही। और हर बार उसे इतने दर्द और तकलीफ में देख मेरा दिल टूट जाता है। लेकिन फिर भी संभावना हार नहीं मानती है। वह हर बार खुद को इस दर्दनाक प्रक्रिया से गुजरने के लिए तैयार कर लेती है।”
इमोशनली कमजोर हो रही संभावना
अविनाश दुबे आगे बताते हैं “इस प्रक्रिया ने संभावना को मेंटली, इमोशनली और फाइनेंसली कमजोर कर दिया है। लेकिन इसकी कोशिश करते रहना संभावना का निर्णय है। आईवीएफ़ एक महीने की प्रोसेस होती है। इसमें महिला का जीवन पूरी तरह उथल पुथल हो जाता है। संभावना की माँ बनने की बहुत इच्छा है। इसलिए हम कुछ और कोशिशें करेंगे। यदि उसमें भी सफल नहीं हुए तो फ्यूचर में बच्चा भी गोद ले सकते हैं।”
बताते चलें कि संभावना को इन दिनों गठिया यानी आर्थराइटिस नाम की बीमारी है। इस कारण उनके हाथ-पैरों में अकड़न रहती है। संभावना और अविनाश की शादी को लगभग 6 साल हो चुके हैं। और अभी तक इन्हें माता पिता बनने का सुख नसीब नहीं हुआ है। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि संभावना की सूनी कोख जल्द भर जाए।