गुजरात के बाद बिहार में बाढ़ का कहर, युद्ध स्तर पर राहत बचाव कार्य शुरू, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया हवाई सर्वेक्षण
पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश और नेपाल से आए पानी से बिहार में बाढ़ का स्थिति भयावह हो हुई है। नेपाल के तराई क्षेत्र और सीमांचल क्षेत्र में बीते 72 घण्टो से हो रही भारी बारिश के कारण बिहार के किशनगंज, पूर्णिया, अररिया और कटिहार जैसे 12 जिलों में हालात बद्तर हो चुके हैं। सेना और एनडीआरएफ की टीम बिहार के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में पहुंच चुकी हैं और युद्ध स्तर पर काम कर रही है। इसी बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा कर राहत और बचाव कार्य का जाएजा लिया है और बाढ़ से निपटने के लिए हर संभव प्रयास की प्रतिबद्धता जाहीर की है। bihar flood.
इन जिलों में मचा बाढ़ का कहर :
बिहार में सभी प्रमुख नदियां नेपाल एवं बिहार में अपने जलागम क्षेत्रों में हुई भारी बारिश के बाद से उफान पर हैं जिससे किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार, पश्चिम चंपारण, सहरसा, और सुपौल और कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं । हर जिलें से लगातार बाढ़ के कहर की खबरे आ रही हैं..
सुपौल : निर्मली में दीवार गिरने से दो बच्चों की मौत, छातापुर में डायवर्सन टूटा, फुलकाहा नहर कई जगह टूटी
मधेपुरा : आलमनगर, चौसा, कुमारखंड में 5000 घरों में घुसा पानी, सिंहेश्वर में नहर व सड़क कटी
किशनगंज : किशनगंज स्टेशन में घुसा पानी, 16 ट्रेनें रद्द या रूट बदला, एनएच 31 व चूड़ीपट्टी पुल पर से बह रहा पानी, बहादुरगंज प्रखंड कार्यालय में पानी घुसा
अरिरया : पूरा अररिया जलमग्न, एनएच-327इ तीन जगह कटा, पांच लोग बहे, अब तक लापता
पूर्णिया : बायसी अनुमंडल में बाढ़ की स्थिति गंभीर, बचाव और राहत कार्य शुरू
कटिहार : जोगबनी-कटिहार व बारसोई-गुवाहाटी ट्रैक बाधित
प. चंपारण : सात बहे, चार के शव मिले, तीन लापता, नरकटियागंज में ट्रैक पर पानी, कई ट्रेनों का रूट बदला, एक ट्रेन रद्द, बगहा एसपी के कार्यालय में घुसा पानी
पू. चंपारण : तीन की मौत, चार लापता, लालबकेया नदी का तटबंध टूटा, घोड़ासहन-सीतामढ़ी रेलखंड पर परिचालन ठप
सीतामढ़ी : पांच बह गये, दीवार गिरने से दो बहनों की मौत, धौंस व बागमती व लखनदेई का बांध टूटा
मधुबनी : लदनियां-जयनगर सड़क मार्ग बंद, झंझारपुर में रेल सह सड़क पुल पर पानी
केन्द्र और राज्य सरकार मिलकर कर रही प्रयास, केन्द्र का हर सम्भव मदद का वादा :
बिहार में इस भयावह स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार ने पूरा जोर लगा दिया है.. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को सभी उच्च अधिकारियों के साथ आपात बैठक की थी और अपने-अपने जिले में पहुंच कर वहां कैंप करने का निर्देश दिया था और सोमवार को खुद बिहार के सीमांचल जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया है। मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव अंजनी कुमार और प्रधान सचिव जल संसाधन अरुण कुमार सिंह भी इस दौरे पर साथ थे। उधर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी सोमवार को नीतीश कुमार से बात की है और उन्होंने बिहार को हरसंभव मदद का भरोसा दिया। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी नीतीश से बात कर बाढ़ की स्थिति पर चर्चा की।
बिहार में राहत व बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ के 320 कर्मी भेजे गए हैं। नीतीश कुमार ने रविवार को बाढ़ से प्रभावित हजारों लोगों के राहत एवं बचाव के लिए सेना और भारतीय वायुसेना की मदद मांगी थी। इसके बाद बचाव और राहत कार्य के लिए सेना उतार दी गई है।