गोविंदा संग रिश्ते पर बोले कृष्णा, कहा- मामा की याद आती है, उनकी मन्नत के कारण मेरा जन्म हुआ
हिंदी फिल्मों के सुपरस्टार गोविंदा और मशहूर कॉमेडियन कृष्णा अभिषेक का रिश्ता लंबे समय से सुर्ख़ियों में बना हुआ है. मामा और भांजे का रिश्ता काफी समय से खराब चल रहा है. दोनों के रिश्ते पर अक्सर बातें होती रहती है. दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद है हालांकि हाल ही में कृष्णा ने मामा गोविंदा को लेकर खुलकर बात की है और उनके बारे में काफी कुछ कहा है.
कई मौकों पर देखा गया है कि विवाद के बीच भी कृष्णा अपने मामा गोविंदा के लिए अच्छा और सकारत्मक ही बोलते रहे हैं. वे चाहते है कि दोनों के बीच का विवाद सुलझ जाए. अब एक बार फिर से उन्होंने मामा को लेकर काफी बातें की है और पुराने दिनों को भी याद किया है.
हाल ही में कृष्णा अभिनेता और होस्ट मनीष पॉल के चैट शो पर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने खुलासा किया कि मेरा जन्म मेरे मामा की मन्नत के कारण हुआ था. मेरे पैरेंट्स शादी के 10 साल बाद माता पिता बने थे. मां को कोई संतान नहीं हो रही थी तब मामा गोविंदा माता माता वैष्णो देवी के मंदिर गए थे और मन्नत मांगी. इसके एक साल बाद मेरा जन्म हुआ था.
कृष्णा के मुताबिक गोविंदा ने यह मन्नत मांगी थी कि बच्चा होने पर वे उसे छह घंटे कंधों पर बैठाकर मंदिर आएंगे. बाद में गोविंदा ने ऐसा किया भी. जब कृष्णा चार से पांच साल के हो चुके थे तब गोविंदा उन्हें कंधों पर बैठाकर मंदिर पहुंचे थे. कृष्णा ने यह भी बताया कि उनका जन्म श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर हुआ था और इस वाह से उनका नाम कृष्णा रखा गया था.
मां के शव के नीचे थी गोविंदा की तस्वीर…
कृष्णा ने इस बात का खुलासा भी किया कि जब मेरी माँ का निधन हुआ था और उनका शव उठाया गया था तो उनके शव के नीच गोविंदा की तस्वीर थी. कृष्णा ने बताया कि मेरी मां ने चीची मामा को बड़ा किया था. वह चाहती थीं कि वह स्टार बनें.
कृष्णा ने इस बात को भी स्वीकार किया कि गोविंदा मामा ने हमारी बहुत मदद की है. कॉमेडियन ने कहा कि, ”गोविंदा मामा मैं आपसे वाकई बेहद प्यार करता हूं और आपको बहुत याद करता हूं. मेरी मामी एक बहुत ही अच्छी इंसान हैं. मेरे मामा मेरा खून हैं, लेकिन मैं मामी के साथ वही खून शेयर नहीं करता हूं.
मेरी मामी ने हमें 7-8 साल साथ में बहुत सपोर्ट किया है, हमें प्यार किया है. मुझे याद है मामी ने मुझे एक कमरा दिया था कौन करता है ये सब. मैं एक चीज बहुत ज्यादा मिस करता हूं. मैं चाहता हूं कि मेरे बच्चे मेरे मामा के साथ खेलें. मैं इसे बहुत मिस करता हूं. उन्हें मेरे बच्चों के साथ खेलना चाहिए. मैं जानता हूं कि वह भी मुझे बहुत याद करते हैं. हमेशा याद करते हैं”.