बेटी रिद्धिमा ने पुण्यतिथि पर पिता ऋषि कपूर को किया याद, रणबीर कपूर की सास ने किया खास कमेंट
67 साल की उम्र में 30 अप्रैल को इस दुनिया को अलविदा कहने वाले दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर की आज दूसरी पुण्यतिथि है. कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के कारण ऋषि कपूर का 30 अप्रैल 2020 को मुंबई एक एक अस्पताल में निधन हो गया था. ऋषि कपूर के असमय जाने से करोड़ों सिनेमा प्रेमियों का दिल टूट गया था. उनकी आंखें नम हो गई थी.
ऋषि कपूर की दूसरी पुण्यतिथि पर फैंस और बॉलीवुड सितारें उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं. इसी बीच ऋषि को उनकी बेटी रिद्धिमा कपूर ने भी याद किया है और रिद्धिमा ने भी पिता को सोशल मीडिया के माध्यम से याद करके श्रद्धांजलि अर्पित की है.
सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय पाई जाने वाली रिद्धिमा कपूर साहनी ने पिता को याद करते हुए अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम एकाउंट से एक अनदेखी तस्वीर साझा की है. जो कि सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है और फैंस द्वारा काफी पसंद भी की जा रही है.
रिद्धिमा ने जो तस्वीर साझा की है वो ऋषि की जवानी और रिद्धिमा के बचपन के दिनों की है. यह तस्वीर फैंस को भावुक भी कर रही है और उनके दिलों को छू भी रही है. इस तस्वीर में छोटी सी रिद्धिमा अपने पापा ऋषि कपूर साहब की गोद में नजर आ रही है. इस तस्वीर को साझा करते हुए रिद्धिमा आने कैप्शन ने ‘पापा’ लिखा है और हार्ट इमोजी बनाया है.
इंस्टाग्राम पर रिद्धिमा की इस पोस्ट को काफी पसंद किया जा रहा है. इस पर शगुन खन्ना, महीप कपूर, मनीष मल्होत्रा, भावना पांडे, सिंगर कनिका कपूर, रणबीर कपूर की सास और आलिया भट्ट की मां सोनी राजदान आदि ने हार्ट इमोजी कमेंट किए है. वहीं फैंस भी खूब कमेंट्स कर रहे हैं.
8 घंटे के भीतर समाचार लिखे जाने तक रिद्धिमा और ऋषि की इस तस्वीर को 32 हजार से अधिक लोगों ने पसंद किया था. वहीं एक यूजर ने इस पर कमेंट करते हुए लिखा है कि, ”आज और हमेशा के लिए किंवदंती. उनके जैसा कोई नहीं”. एक यूजर ने लिखा कि, ”आपने मेरी आंखों में आंसू ला दिए हैं”. वहीं एक यूजर ने इस तस्वीर को बेहद खूबसूरत करार दिया.
पिता के अंतिम दर्शन नहीं कर सकी थी रिद्धिमा…
गौरतलब है कि रिद्धिमा अपने परिवार के साथ दिल्ली में रहती हैं. वे अपने पिता ऋषि कपूर के अंतिम दर्शन नहीं कर पाई थीं. देश में तब लॉकडाउन लगा था और आना जाना न के बराबर था. दिल्ली से तब पिता के अंतिम दर्शन के लिए रिद्धिमा निकल चुकी थी हालांकि उनके आने से पहले ही ऋषि का अंतिम संस्कार हो चुका था.