शादी से पहले जया किशोरी ने मां-बाप के सामने रख दी ये बड़ी शर्त, बोली – किस से करेगी शादी
जया किशोरी देश भर में अपने भजनों और कथाओं के लिए फेमस है। वे एक अच्छी मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं। 13 जुलाई 1995 को राजस्थान के सुजानगढ़ में एक गौड़ ब्राह्मण परिवार में पैदा हुई जया किशोरी लगभग 25 साल की हैं। उनका असली नाम जया शर्मा है। उनके परिवार में पिता शिव शंकर शर्मा, माता सोनिया शर्मा और छोटी बहन चेतना शर्मा है।
जया जब 6 साल की थी तभी से उनका ध्यान अध्यात्म की ओर चला गया था। जब वे 10 साल की हुई तो सम्पूर्ण सुन्दरकाण्ड गाकर लोगों को हैरान कर दिया। जया किशोरी बचपन से ही कृष्ण भगवान की भक्त रही हैं। उनके घर में बचपन से भक्ति का माहौल भी रहा है। उनका परिवार खाटू श्याम जी का बहुत बड़ा भक्त है।
जया किशोरी ने शादी को लेकर रखी ये शर्त
जया किशोरी की कथाओं और भजनों को लाखों लोग पसंद करते हैं। वहीं कई लोगों को वे बहुत अच्छी भी लगती हैं। ऐसे में लोगों के मन में उनकी शादी से जुड़े सवाल भी मंडराते है। कई लोग सोचते हैं कि एक साध्वी होने के नाते जया किशोरी शादी नहीं करेगी। लेकिन उन्होंने साफ कह दिया है कि वह भी एक साधारण लड़की की तरह शादी करना चाहती है, मां बनना चाहती है। हालांकि अपनी शादी को लेकर उन्होंने माता-पिता के सामने एक खास शर्त भी रखी है।
जया कोशोरी की इच्छा है कि उनकी शादी उनके निवास स्थान कोलकाता में ही हो। इसकी वजह ये है कि वह अपने मायके और ससुराल को एक ही शहर में चाहती है। ताकि जब चाहे अपने माता-पिता से मिलने आ सके। वहीं उनका कहना है कि यदि उनकी शादी किसी दूसरे शहर होती है तो वह चाहेंगी कि उनके माता-पिता भी उसी शहर आकर बस जाएं।
पास-पास चाहती है मायका और ससुराल
जया किशोरी को अपने घर का खाना बहुत पसंद है। इसलिए एक वजह ये भी है कि वह अपने मायके और ससुराल को एक ही शहर में चाहती है। इस तरह उनका जब भी मां के हाथ का भोजन करने का मन होगा तो वह तुरंत ससुराल से मायके आ जाएंगी। वे किसी भी हाल में शादी के बाद माता पिता से दूर नहीं जाना चाहती है। उनका कोई भाई भी नहीं है। ऐसे में वह माता पिता की देखभाल की जिम्मेदारी खुद की समझती हैं।
जया किशोरी की कथा और भजन के दीवाने कई लोग हैं। आपको जान हैरानी होगी कि वे एक कथा सुनने के लगभग 10 लाख रुपए की फीस लेती हैं। इसके लिए उन्हें आधा पैसा एडवांस देना पड़ता है। खबरों की माने तो उनकी सालाना आय 2 करोड़ रुपए है। हालांकि जय किशोरी अपनी फीस का एक बड़ा भाग दिव्यांग और अपंग लोगों के नाम कर देती है। वह ये रकम इन लोगों के लिए एक अस्पताल चलाने वाली संस्था को दान करती है।