धर्मेंद्र ने अपनी नसबंदी पर दिया था ऐसा बयान, मचा था बवाल, 6 बच्चों के पिता बनने पर कहा था ऐसा
हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र ने दो शादियां की थी. उनकी पहली शादी फिल्मों में कदम रखने से पहले ही हो गई थी. 86 साल के हो चुके धरम जी का जन्म पंजाब के नसराली में 8 दिसंबर 1935 को हुआ था. वे जब महज 19 साल के थे तब ही उनका ब्याह प्रकाश कौर से हो गया था.
धर्मेंद्र और प्रकाश कौर की शादी साल 1954 में हुई थी. शादी के बाद धर्मेंद्र और प्रकाश चार बच्चों के माता-पिता बने. धर्मेंद्र और प्रकाश के दो बेटे सनी देओल और बॉबी देओल है. जबकि दो बेटियां अजीता देओल और विजेता देओल हैं. बाद में धर्मेंद्र फिल्मों में काम करने के लिए मुंबई आ गए थे.
धर्मेंद्र जब 25 साल के थे तब उनके फ़िल्मी करियर की शुरुआत हुई थी. उनकी पहली फिल्म आई थी साल 1960 में. जिसका नाम था ‘दिल भी तेरे हम भी तेरे’. शादी के बाद धरम जी का अफेयर मीना कुमारी के साथ रहा हालांकि बाद में उनका दिल आ गया था दिग्गज अदाकारा हेमा मालिनी पर.
हेमा मालिनी और धर्मेंद्र की जोड़ी बड़े पर्दे पर काफी पसंद की गई थी जबकि असल जिंदगी में भी दोनों की जोड़ी बन गई थी. धर्मेंद्र और हेमा मालिनी ने करीब दर्जन भर फिल्मों में साथ काम किया था और इसी बीच दोनों का दिल एक दूसरे पर आ गया. धर्मेंद्र पहले से शादीशुदा थे लेकिन इसके बावजूद वे हेमा से दूसरी शादी करने को तैयार हो गए.
दूसरी ओर हेमा मालिनी को भी शादीशुदा धर्मेंद्र संग घर बसाने से कोई ऐतराज नहीं था. दोनों ने कुछ सालों तलक एक दूजे को डेट किया और फिर साल 1980 में धर्मेंद्र दूसरी बार शादी के बंधन में बंध गए थे. हेमा और धर्मेंद्र की शादी की काफी चर्चा हुई थी. शादी के बाद दोनों दो बेटियों ईशा देओल और अहाना देओल के माता-पिता बने. इस तरह से धर्मेंद्र कुल 6 बच्चों के माता-पिता बने. पहली पत्नी प्रकाश से 4 बच्चे और हेमा से दो बेटियां.
धरम जी ने एक बार देओल फैमिली के विजेता प्रोडक्शन के तले नसबंदी पर बनी फिल्म ‘पोस्टर ब्वॉयज के ट्रेलर लॉन्च के मौके पर कहा था कि, ”इसी विषय पर एक मराठी फिल्म बहुत चली थी, लेकिन ये वाली उससे भी बड़ी मूवी साबित होगी. हम 55 वर्षों से इंडस्ट्री में हैं और हमेशा ढाई किलो का हाथ देखा है. मेरे परिवार की ओर से नसबंदी पर ये फिल्म है. मेरी नसबंदी तो कुदरत भी नहीं कर सकी. मैंने निर्देशक श्रेयस से कहा कि ऐसी कहानी लेकर आओ जिसमें नसबंदी और शराबबंदी न हो. कुछ इस तरह की बंदी हो कि तकलीफ न हो”.