हिंदी फ़िल्में साउथ में न चलने पर छलका सलमान का दर्द, राम चरण ने दिया तगड़ा जवाब, जानें क्या कहा
दक्षिण भारतीय सिनेमा के मशहूर कलाकार राम चरण इन दिनों अपनी ब्लॉकबस्टर हो चुकी फिल्म ‘आरआरआर’ को लेकर जमकर सुर्ख़ियों में चल रहे हैं. इसी के साथ इन दिनों वे भगवान अयप्पा की 41 दिनों की कड़ी साधना से भी गुजर रहे हैं. राम चरण की फिल्म ‘आरआरआर’ भारत की तीसरी सबसे ज़्यादा कमाई वाली फिल्म बन गई है.
‘आरआरआर’ में राम चरण के साथ दक्षिण भारतीय सिनेमा के ही एक और मशहूर अभिनेता जूनियर एनटीआर नज़र आ रहे हैं. जबकि बॉलीवुड के दो बड़े नाम आलिया भट्ट और अजय देवगन का भी फिल्म में छोटा सा रोल है. फिल्म का निर्देशन किया है लोकप्रिय निर्देशक एसएस राजामौली ने.
बता दें कि 25 मार्च को रिलीज हुई फिल्म ‘आरआरआर’ 550 करोड़ रूपये के भारी भरकम बजट में बनी है. वहीं फिल्म ने रिलीज के 16 दिनों में पूरी दुनिया में 1000 करोड़ रूपये से ज्यादा की कमाई कर ली है. गौरतलब है कि बीते कुछ सालों में दक्षिण भारतीय फिल्मों को लेकर हिंदी दर्शकों में भी गजब का उत्साह देखने को मिला है.
दक्षिण भारतीय फ़िल्में पूरे देश में और देश के बाहर भी अच्छा प्रदर्शन कर रही है जबकि हिंदी फ़िल्में दक्षिण भारत में ठीक ठाक कारोबार नहीं कर पाती है. ऐसा ही मानना हिंदी फिल्मों के अभिनेता सलमान खान का भी है. सलमान ने एक ट्वीट किया था और लिखा था कि मुझे राम, राजामौली और तारक का काम बहुत पसंद है लेकिन साउथ में हमारी फिल्मों की सराहना क्यों नहीं हो रही है.
वहीं राम से जब यह सवाल किया गया कि साऊथ में बॉलीवुड फिल्मों की इतनी सराहना क्यों नहीं की जाती है ? तो उन्होंने जवाब में कहा कि, ”मैं हिंदी सिनेमा का एक ऐसा निर्देशक चाहता हूं जो एक पैन इंडिया फिल्म बनाए जो दक्षिण को भी केटर करे. वहीं सलमान के ट्वीट पर उन्होंने कहा कि इतना स्पष्ट और ईमानदार है, लेकिन मेरा मानना है कि यह सलमान जी की गलती नहीं है या किसी फिल्म की गलती नहीं है.
यह राइटिंग है, यह निर्देशक है, जिसे ‘हमारा फिल्म इधर ही देखेंगे, हमारा फिल्म उधर ही देखेंगे’ की इन सीमाओं को ऊपर उठना है. हर राइटर को विजयेंद्र प्रसाद (RRR) या राजामौली जैसी फिल्में लिखनी चाहिए और कहना चाहिए ‘इसमें विश्वास करो”.
राम चरण ने आगे बताया था कि, निश्चित रूप से मैं एक भारतीय फिल्म बनाना चाहता हूं, जहां मैं बॉलीवुड टैलेंट के साथ काम करना चाहता हूं. मैं चाहता हूं कि निर्देशक साउथ से टैलेंट का पता लगाएं और बड़ी फिल्में बनाएं, ताकि हमारे पास बड़ा बजट हो और हम दिन के आखिर में बड़ी संख्या देखें.