जानें कब और कैसे हुई थी ‘जय श्री राम’ के नारे की शुरुआत, टीवी की माता सीता ने बताया पूरा इतिहास
देश-दुनिया में रविवार, 10 अप्रैल को भगवान श्री राम का जन्मोत्सव यानी कि राम नवमी का पावन पर्व धूम धाम से मनाया गया. इस ख़ास मौके पर लोगों ने एक दूसरे को राम नवमी की शुभकामनांए दी और बॉलीवुड सेलेब्स ने भी इस दौरान राम नवमी की बधाई और शुभकामनाएं दी.
राम नवमी पर अभिनेत्री दीपिका चिखलिया ने भी फैंस को शुभकामनाएं दी. बता दें कि दीपिका ने मशहूर धारावाहिक ‘रामायण’ में माता सीता का रोल निभाया है. राम नवमी पर उन्होंने अपने सोशल मीडिया एकाउंट से एक वीडियो साझा किया है. वीडियो साझा कर उन्होंने राम नवमी की शुभकामनाएं दी है.
दीपिका के वीडियो को सैकड़ों की संख्या में फैंस ने पसंद किया है. वहीं इस पर फैंस ख़ूब कमेंट्स भी कर रहे हैं. इसी बीच आज हम आपको एक ख़ास बात बताने जा रहे हैं. बागवान श्री राम को लेकर एक नारा ‘जय श्री राम’ काफी लोकप्रिय और चर्चित हैं. भगवान राम की जयकार के लिए हमेशा इस नारे का उपयोग किया जाता है.
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आपको जानकारी के लिए बता दें कि ‘जय श्री राम’ का नारा अयोध्या में राम मंदिर को लेकर हुए विश्व हिंदू परिषद के आंदोलन से शुरू हुआ था. हालांकि असल में इसकी शुरुआत रामानंद सागर के धारावाहिक ‘रामायण’ से हुई थी. साल 1987 में आई इस धारावाहिक में श्री राम की जयकार के लिए यह नारा ख़ूब लगाया गया था.
इसे लेकर माता सीता का रोल निभाने वाली अभिनेत्री दीपिका चिखलिया कहती हैं कि, ”हमें तो पता ही नहीं था कि हम इतने मशहूर हो गए हैं. साढ़े तीन साल तक हम उमरगांव में इसकी शूटिंग करते रहे. आसपास न कोई टेलीफोन और न पोस्ट ऑफिस. फिर हमें राजीव गांधी ने सत्कार के लिए बुलाया और इस शो के लिए हमारी सराहना की थी. यहीं मैंने पहली बार देखा कि तमाम मंत्री और वहां इकट्ठी भीड़ ‘जय श्री राम’ के नारे लगा रही थी”.
वहीं ‘रामायण’ में भगवान राम की भूमिका निभाने वाले अभिनेता अरुण गोविल कहते हैं कि, “जब हम रामायण की शूटिंग कर रहे थे तो तमाम पत्रिकाएं सीरियल के कलाकारों से बोल्ड फोटो शूट के लिए संपर्क करतीं और बदले में इतना पैसा देने का लालच देतीं कि बड़े से बड़े कलाकार का मन डोल जाए.
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लेकिन, हममें से किसी ने भी यह ऑफर स्वीकार नहीं किया क्योंकि दर्शक हम पर आस्था रखते थे और हम पैसों के लिए उनका यह विश्वास कभी नहीं तोड़ना चाहते थे. हमने प्रभु श्रीराम के लिए अपना जीवन समर्पित किया और राम का नाम जिस तरह भरोसे का नाम है, वही भरोसा हमारे ऊपर दर्शकों का था जिसे हम तोड़ नहीं सकते थे”.
इस तरह से अरुण गोविल को मिला था श्री राम का रोल…
अरुण गोविल ने एक बार यह भी बताया था कि उन्हें कैसे भगवान राम का रोल मिला था. उन्होंने इसे लेकर एक किस्सा सुनाते हुए
कहा था कि, “उन दिनों में धारावाहिक विक्रम और बेताल में राजा विक्रमादित्य का रोल निभा रहा था. मुझे रामायण के बारे में पता चला तो मैंने रामानंद सर के पास जाकर राम का किरदार निभाने का अनुरोध किया. महीने भर तक वह कलाकर ढूंढते रहे फिर उन्होंने मुझे फोन किया और कहा, ‘तेरे से अच्छा राम नहीं मिलेगा”.
अरुण गोविल ने भी दी राम नवमी की शुभकामनाएं…
सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहने वाले अरुण गोविल ने भी राम नवमी की शुभकामनाएं दी. उन्होंने एक तस्वीर साझा करते हुए
इंस्टाग्राम पर लिखा कि, ”आप सभी को रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ. प्रभु श्री राम हम सब पर अपनी कृपा बनाए रखें”. इसके अलावा उन्होंने इंस्टा पर एक वीडियो भी साझा किया है.