बेटी के लिए करवाया महंगा IVF ट्रीटमेंट, गलती से हो गया बेटा, फर्टिलिटी क्लीनिक पर ठोक दिया केस
आप ने अक्सर देखा होगा कि लोग बेटे की चाहत ज्यादा रखते हैं। जब भी कोई महिला प्रेग्नेंट होती है तो वह और उसके परिवार वाले सोचते हैं कि काश बेटा हो जाए। बेटे को पाने के लिए वह कई तरह के टोटके व उपाय भी करते हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी महिला से मिलाने जा रहे हैं जो बेटी पाने को बेताब थी। उसने इसके लिए फर्टिलिटी क्लीनिक (Fertility Clinic) पर महंगा ट्रीटमेंट (Fertility Treatment) भी किया था। हालांकि जब उसे बेटे की जगह बेटा हो गया तो वह भड़क गई।
बेटा होने पर दुखी हुई मां
दरअसल महिला ने बेटी पाने के लिए IVF तकनीक का सहारा लिया था। उसने एक स्पर्म डोनर के माध्यम से एक भ्रूण अपने गर्भ में डाला। उसे फर्टिलिटी क्लीनिक ने विश्वास दिलाया था कि उसे बेटी ही होगी। इसके लिए महिला ने अच्छे खासे पैसे भी खर्च किए थे। फिर 15 हफ्ते के बाद जब महिला ने अपने गर्भ का स्कैन करवाया तो बेटा निकला। पहले तो महिला को इस बात पर यकीन ही नहीं हुआ।
महिला ने दोबारा अपने गर्भ का स्कैन करवाया। इस बार भी भ्रूण का जेंडर मेल आया। अब महिला को यकीन हो गया कि उसे बेटा ही होने वाला है। ऐसे में वह बहुत भड़क गई। उसके मन में ये ख्याल भी आया कि कहीं फर्टिलिटी क्लीनिक ने गलती से किसी और का भ्रूण तो उसके गर्भ में नहीं डाल दिया। ऐसे में वह अपने पेट में पल रहे बेटे से कोई कनेक्शन भी नहीं बना पाई।
फर्टिलिटी क्लीनिक पर ठोक दिया केस
फिर कुछ टेस्ट के बाद किलयर हो गया कि उसके गर्भ में पल रहा बच्चा उसी का है। लेकिन अभी भी महिला बेटे होने की खबर से दुखी थी। उसकी इच्छा एक बेटी की थी। ऐसे में उसने बेटी होने का दावा करने वाले फर्टिलिटी क्लीनिक (Fertility Clinic) पर केस कर दिया। उन्होंने क्लीनिक पर मेडिकल प्रैक्टिस के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप लगाया।
आपको बता दें कि ये हैरान करने वाला मामला अमेरिका (United States News) के न्यूयॉर्क (New York) शहर का है। यहां लेसबियन कपल हीथर विल्हेम रॉटेनबर्ग (Heather Wilhelm-Routenberg) और उनकी पत्नी रॉबिन (Robin) को अपने लिए एक बेटी चाहिए थी। लेकिन जब उन्हें बेटा हुआ तो वे उससे कोई इमोशनल लगाव महसूस नहीं कर सके। बल्कि मां को डिप्रेशन में चली गई थी। दरअसल कपल पहले मर्दों द्वारा यौन शोषण का शिकार हो चुका है, इसलिए वह बेबी गर्ल ही चाहते थे।
अब होता है अपनी गलती का पछतावा
यह पूरा मामला 2020 का है। अब कपल का बेटा 18 महीने का हो गया है। हालांकि अब कपल ने बेटे को खुले दिल के स्वीकार कर लिया है। बल्कि उन्हें इस बात का पछतावा और शर्मिंदगी महसूस होती है कि उन्होंने बेटा होने पर उसे प्यार नहीं दिया। उसे अपनाया नहीं। वह उसके साथ एक बॉन्ड विकसित नहीं कर पाए। लेकिन समय गुजरने के साथ ये सब बदल गया। अब वे बेटे के साथ एक खुशहाल परिवार की तरह रहते हैं।