सपना नहीं हकीकत है, सिर्फ 85 रुपए में यहां मिल रहा घर, खरीदने की लगी होड़
खुद का घर हर किसी का सपना होता है। किराए के मकान में रहना किसी को पसंद नहीं होता है। लेकिन आजकल मकान की कीमतें इतनी हो गई हैं कि एक आम इंसान के लिए उसे खरीदना संभव नहीं है। ऐसे में यदि आपको सिर्फ 85 रुपए में घर मिले तो? यह रकम सुन आप कहेंगे क्या आप 85 हजार या लाख की बात कर रहे हैं? जवाब है नहीं। सिर्फ 85 रुपए में आप घर के मालिक बन सकते हैं। ये घर कहां मिल रहा है? इतना सस्ता क्यों है? ये सब जानने के लिए खबर के अंत तक बने रहें।
यहां मिल रहा 85 रुपए में घर
85 रुपए वाला ये घर इटली के सिसिली के मुसोमेली में मिल रहा है। हालांकि इस घर को खरीदने के लिए कुछ नियम और शर्तें भी हैं। यहां के स्थानीय प्रशासन द्वारा देश के पुराने घरों को बेचने के लिए एक यूरो (लगभग 85 रुपए) स्कीम चलाई जा रही है। आप भले इटली के नागरिक न हो, लेकिन इस घर को खरीद सकते हैं। हालांकि इस घर को लेने के लिए आपको कुछ नियम कायदे मानने होंगे। इसमें सबसे मुख्य नियम ये है कि घर खरीदने के लगभग एक से तीन साल के अंदर आपको इसे रीनोवेट कराना पड़ेगा।
इस कारण कम है कीमत
दरअसल दुनिया में कुछ देश ऐसे हैं जहां के गाँव या शहर की आबादी बहुत ही कम है। ऊपर से वहाँ कई पुराने घर मौजूद हैं। ऐसे में देश की सरकार लोगों को 1 डॉलर या 1 यूरो स्कीम के तहत घर खरीदने का मौका दे रही है। इससे सरकार को दो फायदे होंगे। पहला उनके शहर या गांव की आबादी बढ़ेगी और स्थानीय लोगों की इनकम भी बढ़ेगी। वहीं दूसरा कि उनके पुराने घर खरीदने वाला ग्राहक उस एक से तीन साल के अदंर ठीक करवा फिर से नया जैसा बनवा देगा। इससे उनके शहर या गाँव की सुंदरता भी बढ़ जाएगी।
इन जनाब ने खरीदा था, लेकिन अब बेच रहे
इस स्कीम को कोरोना काल में ज्यादा उजागर किया गया था। कोरोना की वजह से वैसे ही कई जगहों पर प्रॉपर्टी के भाव नीचे आ गए थे। कई लोगों ने तो आधी कीमत पर अपने घर या फ्लैट बेचे हैं। खैर इस 85 रुपए वाले घर को ब्रिटेन में रहने वाला एक ऑस्ट्रेलियाई व्यक्ति डैनी मैक्कुबिन ने लिया था। लेकिन मजदूर न मिलने की वजह से वे घर को रिनोवेट नहीं करवा पाए। दरअसल बीते कुछ महीनों से इटली मजदूरों की कमी से जूझ रहा है। ऐसे में मैक्कुबिन को घर बेचना पड़ रहा है। क्यों वह शर्त के मुताबिक घर को समय पर रिनोवेट नहीं करवा पा रहे हैं।
डैनी मैक्कुबिन का यह घर सिसिली के कैल्टानिसेटा प्रांत स्थित मुसोमेली में बने एक कस्बे में है। कहते हैं कि 14वीं शताब्दी में मैनफ्रेडो तृतीय चियारामोंटे ने मुसोमेली की स्थापना की थी। तब इसका नाम ‘मैनफ्रेडी’ (Manfredi) था।