बच्चों ने कोल्डड्रिंक समझ पी ली कीटनाशक, मां ने सदमे में खा लिया जहर
बच्चे बड़े नटखट और चंचल होते हैं। उनका बड़ा ध्यान रखना पड़ता है। एक छोटी सी गलती उनकी जान भी ले सकती है। अब चंडीगढ़ के गांव ततला की ये दुखद घटना ही ले लीजिए। यहां 9 साल की मन्नतप्रीत कौर और 6 साल के जगरूप सिंह ने कीटनाशक को कोल्डड्रिंक समझकर पी लिया। इसके बाद जो हुआ वह बड़ा ही दुखद था।
कोल्डड्रिंक समझ कीटनाशक पी गए बच्चे
घटना 14 मार्च की है। दोनों भाई बहन स्कूल से घर आए थे। पिता बगीचा सिंह काम पर गए हुए थे। वहीं मां लखविंदर मार्केट गई हुई थी। बच्चे तपती धूप में घर आए तो उन्हें जोरों की प्यास लगी। उनकी नजर घर के कौने में पड़ी कीटनाशक की बोतल पर पड़ी। मासूमों को लगा कि ये कोल्डड्रिंक की बोतल होगी। तो दोनों ने इसे पी लिया।
कुछ देर बाद मां घर लौटी तो बच्चों की बिगड़ी तबीयत देख दंग रह गई। वह उन्हें आनन फानन में अमृतसर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल ले गई। हालांकि बच्चों की हालत में कोई सुधार नहीं आया। ऐसे में उन्होंने अस्पताल बदल दिया। हालांकि इस बीच इलाज के दौरान ही 6 वर्षीय बेटे जगरूप ने दम तोड़ दिया। वहीं 9 साल की बेटी मन्नतप्रीत को लुधियाना के डीएमसी अस्पताल रेफर किया गया। लेकिन अफसोस की उसने भी 29 मार्च की रात दुनिया को अलविदा कह दिया।
सदमे में मां ने खा लिया जहर
घर एक साथ दो चिराग बुझ गए। बच्चों की मौत से घर में मातम छा गया। मां लखविंदर को तो इतना गहरा सदमा लगा कि उसने भी 30 मार्च को जहरीला पदार्थ खा लिया। अब उसकी हालत भी गंभीर बनी हुई है। इस पूरी घटना से परिवार का मुखिया बगीचा सिंह बेहद दुखी है। देखते ही देखते उसका पूरा परिवार उसकी आँखों के सामने उजड़ गया।
डीएसपी तरसेम मसीह के अनुसार इस मामले की जांच के लिए हमने पुलिस की एक टीम को भेजा था। हालांकि बगीचा सिंह के परिवार ने किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई करने से इनकार कर दिया। यहां तक कि परिजनों ने बिना बयान दर्ज करवाए बच्चों का अंतिम संस्कार भी कर दिया। उधर अस्पताल में भर्ती लखविंदर कौर अभी भी जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही है।