कंधे पर बेटी की लाश लिए हुए 10 किमी पैदल चल घर पहुंचा पिता, गरीब को मजबूर ही होना पड़ता है
ये खबर हमारे देश के कई राज्यों की स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोलने के लिए काफी है। स्वास्थ्य सेवाएं बस कुछ ही लोगों तक सीमित होकर रह गई हैं। जब बात गरीब की हो तो कोई उसको पूछने वाला नहीं है। भले ही उसके कंधे पर प्यारी बेटी की लाश ही क्यों न हो। गरीब को मजबूर ही होना पड़ता है।
कुछ ऐसा ही दिल को हिला देने वाला मामला छत्तीसगढ़ से सामने आया है। यहां एक पिता की मजबूरी को देखिए। सामने प्यारी बेटी की लाश पड़ी हुई थी लेकिन उसको घर ले जाने के लिए सरकारी एंबुलेंस ही गायब थी। पिता था इसलिए अपनी बेटी की लाश को ऐसी हालत में नहीं देख सका और कंधे पर लाश रखकर पैदल ही घर निकल पड़ा।
Surguja: Chhattisgarh Health Min TS Singh Deo orders probe after video of a man carrying body of his daughter on his shoulders went viral
Concerned health official from Lakhanpur should have made the father understand to wait for hearse instead of letting him go, Deo said(25.3) pic.twitter.com/aN5li1PsCm
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) March 26, 2022
मार्मिक वीडियो वायरल
ये मार्मिक वीडियो छत्तीसगढ़ से सामने आया है। आप भी इस खबर को जानकर हैरान हो जाएंगे। ये मामला अंबिकापुर जिले के लखनपुर गांव का है। यहां के सीएचसी में शुक्रवार सुबह एक सात सात की बच्ची की मौत हो गई थी। इसके बाद उसका पिता शव को घर पहुंचाने के लिए एंबुलेंस का इंतजार कर रहा था।
हालांकि उसका इंतजार खत्म ही नहीं हुआ। एंबुलेंस कहीं दिखी ही नहीं। पिता का नाम ईश्वर दास है और वो अपनी सात साल की बच्ची सुरेखा को अमदला गांव से लेकर सीएचसी पहुंचा था। यहां इलाज के दौरान बेटी ने दम तोड़ दिया। लाश ले जाने के लिए गरीब पिता को एंबुलेंस नहीं मिली तो वो पैदल ही लाश को लेकर घर जाने को मजबूर हो गया।
कई दिनों से आ रहा था बुखार
स्वास्थ्य केंद्र के ग्रामीण चिकित्सा सहायक डॉ. विनोद भार्गव ने बताया कि कि उसकी बच्ची सुरेखा को कई दिनों से बुखार आ रहा था। वहीं उसकी हालत इतनी खराब हो गई थी कि उसके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा कम होती जा रही थी। डॉक्टरों ने जब ऑक्सीजन लेवल चेक किया तो वो बस 60 ही रह गया था। इसके बाद बच्ची का इलाज तो हुआ लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी।
डॉक्टरों ने जब इलाज किया तो बच्ची की हालत संभल ही नहीं सकी और लगभग 7.30 बजे उसने अंतिम सांस ली। उनका दावा है कि उन्होंने बच्ची के पिता से कहा था कि वो थोड़ा इंतजार करे, शव के लिए वाहन को बुलाया गया है। हालांकि इसके बाद इंतजार करने के बाद जब वाहन पहुंचा, तब कर पिता अपनी बेटी की लाश लेकर वहां से जा चुका था।
मंत्री ने देखा वीडियो, दे दिए आदेश
ये वीडियो पूरे राज्य में वायरल हो गया। इसकी नजर हेल्थ मिनिस्टर टीएस सिंहदेव पर भी पड़ गई। वीडियो देखते ही उन्होंने एक्शन भी ले लिया। फौरन ही उन्होंने जिले के सीएमओ से कार्रवाई करने को कह दिया। साथ ही पूरी घटना के जांच के आदेश भी दे दिए हैं। उन्होंने अंबिकापुर में बयान भी दिया है।
मंत्री का कहना है कि उन्होंने वीडियो देखा है जो सच में विचलित कर रहा है। वो बोले कि एक पिता अपनी बच्ची का शव कंधे पर लेकर जा रहा है। मंत्री का कहना है कि पूरे मामले को संज्ञान में लिया गया है। सीएमओ से इस मामले की जांच के लिए कहा गया है। मंत्री कहा कहना है कि ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों को पिता से थोड़ा इंतजार करने के लिए समझाना चाहिए था।