इधर भारत में हो रहा है हिजाब पर विवाद, उधर इस बड़े मुस्लिम देश में लग गया बुर्के पर बैन
भारत में इन दिनों हिजाब विवाद पर जमकर बवाल हो रहा है। कर्नाटक से शुरू हुए विवाद ने न सिर्फ देश में बल्कि दुनिया के दूसरे मुस्लिम देशों में भी पैर पसार लिए हैं। वहीं कुछ राजनीतिक ताकतें भी भारत को बदमान करने के लिए हिजाब विवाद से जुड़े मामलों को तूल देने की कोशिश कर रही हैं।
हालांकि हिजाब विवाद से जुड़ा मामला अब हाईकोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। अब इस विवाद का निपटारा वहीं किया जाएगा। एक ओर भारत में हिजाब पर विवाद हो रहा है। वहीं दूसरी ओर एक बड़े मुस्लिम देश में बुर्के पर ही प्रतिबंध लग गया है। यहां के एक स्कूल मे ये बैन लगाया है।
इस देश में लगा बुर्के पर बैन
जिस मुस्लिम देश में बुर्के पर बैन लगा है वो भारत का पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश है। यहां के एक स्कूल ने छात्राओं को बुर्का पहनकर स्कूल आने से प्रतिबंधित कर दिया है। ये स्कूल नोआखाली के सेनबाग उपजिले में मौजूद है। स्कूल ने यहां पढ़ने वाली मुस्लिम छात्राओं के लिए बाकायदा नोटिस जारी कर ये फैसला सुनाया है।
स्कूल प्रशासन ने अपने इस फैसले के पीछे की वजह भी बताई है। प्रशासन का कहना है कि ये आदेश स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं की सुरक्षा की वजह से ही दिया गया है। स्कूल ने कहा है कि चेहरा ढंका होने की वजह से कई बार ऐसी लड़कियां भी स्कूल में दाखिल हो जाती हैं जो स्कूल में पढ़ती ही नहीं हैं। ऐसे में छात्राओं की सुरक्षा खतरे में पड़ जाती है।
होने लगा स्कूल का विरोध, जमकर नारेबाजी
स्कूल के इस फैसले का विरोध होना शुरू हो गया है। स्कूल के बाहर जमकर नारेबाजी हो रही है और इस फैसले को आजादी का हनन बताया जा रहा है। वहीं स्कूल का कहना है कि इस नोटिस को गलत ढंग से पेश किया जा रहा है। प्रबंधन ने कहा है कि ये किसी की आजादी का हनन नहीं बल्कि सुरक्षा का मुद्दा है।
दूसरी ओर एक पुलिस अफसर ने बताया कि स्कूल के पास बाजार में लड़कों का झुंड रहता है। वो भी कई बार बुर्का पहनकर स्कूल में घुस आते हैं। ऐसे में सुरक्षा पर संकट आ जाता है। उन्होंने कहा कि स्कूल ने क्लास में आने के बाद चेहरा नहीं ढंकने के लिए नोटिस जारी किया है। क्लास में कई बार गलत लड़कियां भी घुस जाती थीं।
तस्लीमा नसरीन ने रखी अपनी राय
इस मसले पर देश निकाला झेल रहीं तस्लीमा नसरीन ने भी ट्विट किया है। उन्होंने कहा है कि शेर-ए-बांग्ला हाईस्कूल के हेड मास्टर मोजम्मिल हुसैन ने ये बैन लगाया है। इसी वजह से बुर्का समर्थक उनका विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि अज्ञात पुरुष और बाहरी लोग कक्षाओं में प्रवेश करने के लिए बुर्का प्रयोग करते थे, इसी वजह से प्रतिबंध लगा है।
वहीं दूसरी ओर भारत के एक स्कूल में लगे प्रतिबंध को अन्तरराष्ट्रीय मुद्दा बना दिया गया है। इस्लामाबाद में हुई ओआईसी की बैठक में भी मुस्लिम देशों के बीच इस मुद्दे को उठाया गया जबकि ये भारत का आंतरिक मामला है। इसी वजह से भारत सरकार ने इस केस में आने वाले किसी भी बयान का विरोध किया।