चीन का दुस्साहस बढ़ा, मुस्लिम देशों के साथ कश्मीर विवाद में कूदा, नाराज भारत ने भी दी चेतावनी
कश्मीर विवाद भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से जारी है। पाकिस्तान ने भारत के कश्मीर के कुछ हिस्सों पर कब्जा किया हुआ है। वो इन हिस्सों को आजाद कश्मीर बताता है। वहीं भारत के पास मौजूद हिस्सों को गुलाम कश्मीर कहता आया है। हालांकि भारत ने हर बार पाकिस्तान की साजिश नाकाम की है।
एक बार फिर पाक सरकार के पीएम इमरान खान ने कश्मीर पर मुस्लिम देशों को एकजुट करने की साजिश रची। पाकिस्तान में मुस्लिम देशों के संगठन ओआईसी की बैठक बुलाई गई। इस बैठक में चीन को भी न्योता भेजा गया था। चीन भी अब पाकिस्तान और मुस्लिम देशों के साथ कश्मीर विवाद में कूद गया। भारत ने भी ड्रैगन को चेतावनी जारी की है।
कश्मीर मसले को तूल दे रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान ने भारत के कश्मीर के एक हिस्से को कब्जाया हुआ है। उल्टा पड़ोसी मुल्क भारत पर ही आरोप लगाता है। वहीं पाकिस्तान इस मुद्दे को मुस्लिम देशों के साथ मिलकर तूल दे रहा है। पीएम इमरान खान ने इसी वजह से मुस्लिम देशों को इस्लामाबाद में बुलाया था। इस दौरान चीन समेत ओआईसी देशों के प्रतिनिधि बैठक में मौजूद थे।
बैठक में इमरान खान ने मौका देखते ही कश्मीर राग अलापना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि भारत ने जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म कर दिया और हम कुछ नहीं कर सके। इमरान खान ने आरोप लगाया कि कश्मीर में मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है। साथ ही बोले कि हम लोग 1.5 अरब हैं लेकिन कुछ नहीं कर पा रहे हैं।
जानें क्या बोला चीन
ओआईसी की बैठक में तमाम मुस्लिम देशों के प्रतिनिधि मौजूद थे। इसी मीटिंग में चीन के विदेश मंत्री वांग यी भी आए थे। मौका देखकर चीन ने भी भारत को घेरने की कोशिश की। उन्होंने मुस्लिम देशों से कहा कि कश्मीर विवाद हो या दूसरे मामले, चीन मुस्लिम देशों को अपना समर्थन जारी रखने का वादा करता है।
इतना ही नहीं चीनी विदेश मंत्री ने तो यहां तक कह दिया कि कश्मीर मामले पर जैसा इस्लामिक देश चाहते हैं, वैसा ही चीन भी चाहता है। इसी वजह से मुस्लिम देशों की पुकार को चीन ने सुना है। मंगलवार को हुई बैठक में चीन ने पाकिस्तान का सुर मिलाते हुए भारत को घेरने का प्रयास किया।
जानें भारत ने क्या कहा
चीन के दुस्साहस के बाद अब भारत ने भी अपनी चुप्पी तोड़ दी है। चीन की ओर से कश्मीर विवाद पर जारी किए गए बयान से भारत नाराज है। मोदी सरकार ने इस्लामिक सहयोग संगठन की मीटिंग में चीन के बयान को सिरे से खारिज कर दिया है। इसके साथ ही चीन को चेतावनी भी दे दी है।
भारत ने चीन के इस बयान को अनावश्यक करार दे दिया है। इसके साथ ही विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने चीन के बयान पर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर से जुड़ा मामला भारत का अंदरूनी मसला है। इस मामले पर चीन ही नहीं किसी भी देश को बोलने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर कोई भी पब्लिक जजमेंट से भारत परहेज करता है।