यूक्रेन पर अब गिर सकते हैं परमाणु बम, पुतिन ने अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए साइबेरिया भेजा
रूस और यूक्रेन के बीच जंग लगातार जारी है। 25 दिन बाद भी रूसी हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। वहीं यूक्रेन भी हथियार डालने के लिए तैयार नहीं है। इसी वजह से रूस के राष्ट्रपति और जिद्दी हो गए हैं। वहीं दूसरे देशों की ओर से लगाए गए प्रतिबंधों का असर भी रूस पर नहीं हो रहा है।
अब खबरें आ रही हैं कि रूस परमाणु हमले की तैयारी कर रहा है। ब्रिटेन की कई मीडिया रिपोर्ट के हवाले से ये जानकारियां आ रही हैं। इस वजह से पूरी दुनिया में खलबली मच गई है। परमाणु हमलों की खबर पुतिन के एक आदेश के बाद दी जा रही है। आइए जानें क्यों परमाणु हमले की बातें हो रही हैं।
पुतिन ने दिया है ये आदेश
ब्रिटेन के मीडिया हाउस परमाणु हमले की वजह पुतिन के एक आदेश को बता रहे हैं। इस आदेश में पुतिन ने अपनी आर्मी को परमाणु युद्ध की ड्रिल के लिए प्रैक्टिस करने का आदेश दिया है। इसी वजह से दूसरे देशों में भी खलबली मची हुई है। इतना ही नहीं पुतिन ने अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए साइबेरिया भेज दिया है।
परमाणु ड्रिल की खबर से रूसी राष्ट्रपति कार्यालय के अधिकारी तक बेचैन हो उठे हैं। उनको इस बात का पता है कि पुतिन के इस फैसले का अंजान कितना भयानक हो सकता है। असल में 25 दिन के बाद भी यूक्रेन हार मानने के लिए तैयार नहीं है। इसने पुतिन को काफी नाराज कर दिया है। वो सहन नहीं कर पा रहे हैं कि छोटा सा देश उनको चुनौती दे रहा है।
रूस के पास डूम्सडे विमान
आपको बता दें कि रूस को यूक्रेन की चुनौती पसंद नहीं आ रही है। इस वजह से पुतिन की साख पर भी बट्टा लग रहा है। ऐसे में परमाणु युद्ध से भी इऩकार नहीं किया जा रहा है। रूसी राष्ट्रपति के पास इसके लिए एक भयानक योजना है जो किसी से छिपी हुई नहीं है। रूस के पास डूम्सडे विमान हैं।
डूम्सडे विमान परमाणु हमलों के लिए इस्तेमाल किए जाने हैं। इनका इस्तेमाल रूस और उनके करीबी सहयोगी परमाणु जंग के दौरान करेंगे। एक स्काई बंकर भी डूम्सडे प्लान के तहत था, लेकिन माना जाता है कि यह अभी तैयार नहीं हुआ है। फिर भी पूरी दुनिया में रूस की तैयारी ने खलबली मचा दी है।
रोक नहीं रुक रहा है रूस
रूस को रोकने के लिए अमेरिका से लेकर यूरोप के देश आगे आए लेकिन रूस किसी के रोके नहीं रुक रहा है। इंटरनेशनल कोर्ट ने भी फौरन यूक्रेन में हमले बंद करने का आदेश दिया था। इसके बाद भी रूसी हमले नहीं रुके। तमाम देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगा दिया है और पुतिन भी जानते हैं कि उनके देश की आर्थिक स्थिति के लिए ये अच्छा नहीं है।
इसके बाद भी उन्होंने हमले रोकने का कोई आदेश जारी नहीं किया है। आपको बता दें कि भारत ने इस जंग में तटस्थ भूमिका निभाई है। इस वजह से अमेरिका भारत से थोड़ा नाराज है। अमेरिका चाहता है कि भारत खुलकर रूस का विरोध करे।